दक्षिणी सूडान के सामने प्रस्तुत चुनौतियों की ओर विश्व समुदाय द्वारा ध्यान देने का
आग्रह
(वाटिकन सिटी 7 जून वीआर अंग्रेजी) वाटिकन प्रवक्ता और वाटिकन प्रेस कार्यालय के निदेशक
येसुसमाजी पुरोहित फादर फेदेरिको लोम्बार्दी ने कहा कि दक्षिणी सूडान की आजादी को देखते
हुए इसके सामने प्रस्तुत चुनौतियों की ओर विश्व समुदाय द्वारा ध्यान देने का आग्रह किया
है। अपने साप्ताहिक सम्पादकीय में फादर लोम्बार्दी ने कहा कि अफ्रीका का 54 वां देश 9
जुलाई को बनेगा जिसके लिए जनमत संग्रह कराया गया था कि दक्षिणी सूडान क्षेत्र सूडान का
अंग बना रहे या स्वतंत्र देश बने। इसी वर्ष 9 से 15 जनवरी तक सम्पन्न जनमत संग्रह में
दक्षिणी सूडान के 98.83 फीसदी लोगों ने आजादी के पक्ष में मतदान किया था। इस जनमत संग्रह
से अफ्रीका का सबसे अधिक लम्बे समय तक चला रक्तरंजित गृहयुद्ध समाप्त हो गया तथापि नये
देश के सामने अनेक खतरे और चुनौतियाँ हैं।
फादर लोम्बार्दी ने आगाह किया कि उत्तर
में शरीयत कानून लागू करने के प्रयास तथा अबेयेई क्षेत्र में हिंसा की घटनाएँ नये प्रकार
के तनाव और खतरों की ओर ले जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि आशा के कारण है तथापि नये देश
में लोकतंत्र पद्धति को चलाने और लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय
दक्षिणी सूडान के लोगों के प्रति सह्दयता दिखाये और शांति बनाये रखने में मदद करे।