भूबनेश्वरः कर्नाटक पुलिस ने पेन्टेकॉस्टल चर्च के पादरी को झूठे आरोपों पर किया गिरफ्तार
भूबनेश्वर, 8 जून सन् 2011 (एशियान्यूज़): ग्लोबल काऊन्सल ऑफ इन्डियन क्रिस्टियन जी.सी.आय.सी.
के अध्यक्ष साजन के. जॉर्ज ने, अन्तरधार्मिक हिंसा को रोकने के लिये प्रस्तावित सरकारी
विधेयक के विरुद्ध चरमपंथी हिन्दु संगठन बजरंग दल के प्रयासों की कड़ी निन्दा की है।
भारत में साम्प्रदायिक हिंसा को रोकने के लिये सोनिया गाँधी की अध्यक्षता वाली,
नेशनल एडवाईसरी काऊन्सल यानि राष्ट्रीय परामर्शक समिति ने उक्त विधेयक की प्रस्तावना
की है।
विधेयक के विरोध में बजरंग दल के समन्वयकर्त्ता सुभाष चौहान का कहना
है कि इस प्रकार का विधान राज्य सरकारों की गतिविधियों में हस्तक्षेप करेगा तथा हमलों
को रोकने में असमर्थ निम्न अधिकारियों पर कार्रवाई करने के बजाय राज्य के मुख्य मंत्री
एवं अन्य उच्चाधिकारियों को दण्डित करेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि उक्त विधेयक हिन्दु
समाज को निशाना बनाने के लिये अन्तरराष्ट्रीय साजिश है इसलिये वे इसका हर तरह से विरोध
करेंगे।
दूसरी ओर, ग्लोबल काऊन्सल ऑफ इन्डियन क्रिस्टियन के अध्यक्ष साजन के.
जॉर्ज ने एशिया न्यूज़ से कहा कि दक्षिण पंथी हिन्दुत्व दलों द्वारा देश के विभिन्न क्षेत्रों
में अल्पसंख्यकों के विरुद्ध हमले जारी हैं जिनपर कोई कार्रवाई नहीं जा रही है। उन्होंने
बताया कि रविवार पाँच जून को ही कर्नाटक पुलिस ने, धर्मान्तरण के झूठे आरोप में, एक पेन्टेकॉस्टल
चर्च पर हमला कर यहाँ के पादरी को गिरफ्तार किया था। उन्होंने कहा कि लगभग चार घण्टों
तक पादरी, उनकी धर्मपत्नी, छः विश्वासियों तथा तीन बच्चों को पुलिस थाने में रोका गया।
केवल जी.सी.आय.सी. के हस्तक्षेप के बाद ही उन्हें रिहा किया गया।
भारत के पाँच
राज्यों में धर्मान्तरण विरोधी कानून के सन्दर्भ में श्री जॉर्ज ने कहा कि ये कानून व्यक्ति
के धर्मपालन एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन करते हैं। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यवश,
भारत में अल्पसंख्यकों को वे अधिकार प्राप्त नहीं हैं जो देश के बहुसंख्यकों को मिलते
हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ख्रीस्तीयों के साथ द्वितीय श्रेणी के नागरिकों जैसा व्यवहार
किया जाता है।