बुधवारीय आमदर्शन समारोह के अवसर पर संत पापा का संदेश
संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने बुधवारीय आमदर्शन समारोह के अवसर पर संत पेत्रुस बासिलिका
के प्रांगण में देश विदेश से आये हजारों तीर्थयात्रियों को अंग्रेजी भाषा में सम्बोधित
करते हुए कहा-
अतिप्रिय भाईयो और बहनो,
क्रोएशिया की मेरी हाल की प्रेरितिक
यात्रा के समय जागरेब के घुड़दौड़ मैदान में समारोही ख्रीस्तयाग के साथ क्रोएशियाई काथलिक
परिवारों का प्रथम राष्ट्रीय दिवस मनाया गया। इस प्रेरितिक यात्रा का शीर्ष वाक्य- ख्रीस्त
में संग संग था। इसने ख्रीस्त का साक्ष्य देने में परिवार के विशेष मिशन को रेखांकित
किया। क्रोएशिया की संस्कृति गहन रूप से काथलिक विश्वास से बनी है, इस प्रकार अन्य यूरोपीय
राष्ट्रों के साथ इसकी विशिष्ट जिम्मेदारी है कि वह शिक्षा और सामाजिक जीवन में परिवार
की मौलिक भूमिका का प्रसार करे।
जेलाचिक चौराहे में आयोजित जागरण प्रार्थना समारोह
के दौरान मैंने क्रोएशिया के युवाओं को आमंत्रित किया कि वे सच्ची स्वतंत्रता और प्यार
की प्यास को पूरा करने के लिए ख्रीस्त को खोजें। मैंने रविवार को जागरेब कथीड्रल में
संध्या प्रार्थना के समय बंधु धर्माध्यक्षों और पुरोहितों, युवा गुरूकुल छात्रों और धर्मसमाजियों
को प्रोत्साहन के शब्द कहे। अंततः संस्कृति जगत् को दिये गये सम्बोधन में मैंने मानववाद
जिसकी गहरी जड़े ईसाईयत में है इसके नवीनीकरण के महत्व पर कहा जो सार्वभौमिक नैतिक मूल्यों
पर आधारित दृढ़ लोकतांत्रिक व्यवस्था के विकास के लिए बहुत योगदान दे सकती है। जिन लोगों
ने मेरी इस यात्रा में मदद की उनके प्रति मैं गहन कृतज्ञता प्रकट करता हूँ। मैं इस देश
तथा इसके सब परिवारों को क्रोएशिया की रानी, माँ मरिया के सिपुर्द करता हूँ।
मैं
सेटन होल यूनिवर्सिटी के तत्वाधान में ईसाईयत और संस्कृति पर आयोजित सेमिनार में भाग
ले रहे सब सदस्यों का अभिवादन करता हूँ। मैं काउंसिल औफ इंटरनेशनल कारिसमाटिक रिनीवल
सर्विसेस के सदस्यों का भी स्वागत करता हूँ। मैं इंटरनेशनल लीडरशिप प्रोग्राम फोर लासालियन
यूनिवर्सिटीस, सिस्टर्स ओफ सेंट पौल ओफ चार्टस तथा रजोनिवृत्ति विषय पर वर्ल्ड कोंग्रेस
के प्रतिभागियों का भी अभिवादन करता हूँ। आप सब विशेष रूप से इंगलैंड, आयरलैंड, दक्षिण
अफ्रीका, आस्ट्रेलिया, भारत, सिंगापुर, फिलिपीन्स तथा अमरीका से आये तीर्थयात्रियों पर
मैं ईश्वरीय कृपा, दीर्घकालीन खुशी और शांति की कामना करता हूँ।
संत पापा ने
तीर्थयात्रियों को अन्य यूरोपीय भाषाओं में सम्बोधित करने के बाद आमदर्शन समारोह के अंत
में सबको अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान किया।