नई दिल्लीः योग गुरु बाबा रामदेव पर कार्रवाई दुर्भाग्यपूर्ण, प्रधान मंत्री
नई दिल्ली, 7 जून सन् 2011 (बी.बी.सी.): भारत के प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है
कि योग गुरु बाबा रामदेव के भ्रष्टाचार विरोधी अनशन पर के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई दुर्भाग्यपूर्ण
थी। तथापि, उन्होंने कार्रवाई को उचित ठहराते हुए कहा कि इसके अलावा सरकार के पास कोई
अन्य विकल्प नहीं था।
शनिवार एवं रविवार के बीच पुलिस ने नई दिल्ली के राम लीला
मैदान में बाबा रामदेव के नेतृत्व में आयोजित भ्रष्टाचार विरोधी अनशन को भंग कर दिया
था तथा वहाँ जमा 50,000 से अधिक लोगों को तितर बितर करने के लिये आँसू गैस भी छोड़ी थी।
बताया जाता है कि इसमें तीस से अधिक लोग घायल हो गये हैं। बाबा रामदेव को भी रविवार को
गिरफ्तार कर दिल्ली से बाहर भेज दिया गया था जो हरिद्वार में अनशन कर रहे हैं।
सोमवार
को उक्त घटना पर टीका करते हुए प्रधान मंत्री ने कहा कि रामलीला मैदान में जो कुछ हुआ
वह दुर्भाग्यपूर्ण था किन्तु इसके अलावा कोई और विकल्प नहीं था। उन्होंने कहा कि सरकार
भ्रष्टाचार के खिलाफ गम्भीर है किन्तु उसके पास कोई जादू की छड़ी नहीं है।
सरकार
की दलील है कि बाबा रामदेव एवं उनके समर्थकों ने अनशन शिविर के लिये दी अनुमति की शर्तों
का पालन नहीं किया था इसलिये कार्रवाई की आवश्यकता पड़ी।
इस बीच, नागर समाज
दलों, मानवाधिकार संगठनों तथा विपक्षी राजनैतिक पार्टियों ने बाबा रामदेव एवं उनकी पहल
पर पुलिस की कार्रवाई की कड़ी निन्दा की है।
प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह
के वकतव्य पर प्रतिक्रिया दर्शाते हुए मंगलवार को बाबा रामदेव ने कहा कि रामलीला मैदान
में हुई घटनाओं के लिए उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर प्रधानमंत्री को क्षमा कर दिया है लेकिन
इतिहास उन्हें इस राजनीतिक पाप के लिए क्षमा नहीं करेगा क्योंकि इस घटना से लोकतंत्र
कलंकित हुआ है।