क्रोएशिया की राजधानी जागरेब स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अडडे पर आयोजित स्वागत समारोह
में संत पापा का भाषण
(जागरेब 4 जून सेदोक) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें का विमान अल इतालिया ए 320 क्रोएशिया
की राजधानी जागरेब स्थित प्लेसो अंतरराष्ट्रीय हवाई अडडे में शनिवार 4 जून को स्थानीय
समयानुसार 11 बजे उतरा। क्रोएशिया के राष्ट्रपति इवो जिसिपोविक, जागरेब के महाधर्माध्यक्ष
कार्डिनल जोसिप बोजानिक, क्रोएशियाई धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष मान्यवर मारिन
सराकिक, सहित अनेक नागरिक, सैन्य और धार्मिक अधिकारियों तथा रंग बिरंगे आकर्षक स्थानीय
पारम्परिक परिधानों में सजे जनसमुदाय ने वाटिकन और क्रोएशिया के झंडे लहराते, हर्षध्वनि
करते तथा ताली बजाते हुए संत पापा का स्वागत किया। इस अवसर पर वाटिकन और क्रोएशिया की
राष्ट्रीय धुनें बजायी गयीं तथा संत पापा को गार्ड ओफ ओनर सम्मान दिया गया। तदोपरांत
राष्ट्रपति इवो जिसिपोविक ने संत पापा का स्वागत किया। राष्ट्रपति महोदय के सम्बोधन के
बाद संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने क्रोएशियाई और इताली भाषा में दिये गये अपने स्वागत
भाषण में कहा- राष्ट्रपति महोदय, धर्माध्यक्ष बंधुओ, गणमान्य अधिकारियो, प्रिय भाईयो
और बहनो येसु ख्रीस्त के नाम में तीर्थयात्री के रूप में आपके बीच आकर मुझे बहुत खुशी
है। मैं क्रोएशिया की प्रिय भूमि और इसके सब निवासियों का संत पेत्रुस के उत्तराधिकारी
के रूप में सहर्ष अभिवादन करता हूँ। विशिष्ट रूप से मैं काथलिक समुदाय - धर्माध्यक्षों,
पुरोहितों, धर्मसमाजियों, लोकधर्मी विश्वासियों और विशेष रूप से इस भूमि के परिवारों
का अभिवादन करता हूँ जहाँ सुसमाचार के प्रचार ने बहुत फल उत्पन्न किये हैं तथा सबलोगों
के लिए मुक्ति और आशा का जीवन लाया है। राष्ट्रपति महोदय, मैं नागरिक और सैन्य अधिकारियों
का ससम्मान अभिवादन करता हूँ। राष्ट्रपति महोदय, आपके द्वारा मेरे स्वागत में कहे गये
सम्बोधन के लिए धन्यवाद देते हुए मैं देश में शांति और समृद्धि के लिए आपको दी गयी उच्च
पद की जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएँ देता हूँ। इस समय मेरे विचार में मेरे पूर्वाधिकारी
धन्य जोन पौल द्वितीय द्वारा सम्पन्न क्रोएशिया की तीन प्रेरितिक यात्राओं की ओर जाते
हैं। मैं आपके देश और होली सी के मध्य निष्ठापूर्ण संबंध के लम्बे इतिहास के लिए ईश्वर
को धन्यवाद देता हूँ। 13 सदियों से अधिक समय तक दोनों देशों के मध्य रहे विशेष और मजबूत
संबंध की परीक्षा हुई है और कुछ परिस्थितियों में यह कठिन और दु-खदायी रही है। यह इतिहास
आपके लोगों का सुसमाचार और ईश्वर के प्रति प्रेम का सुदृढ़ साक्ष्य रहा है। अपने आरम्भिक
दिनों से ही आपका देश यूरोप का अंग रहा है तथा अनूठे तरीके से आध्यात्मिक और नैतिक मूल्यों
के द्वारा योगदान देता रहा है जो सदियों से लोगों के दैनिक जीवन की रचना करता तथा यूरोप
के पुत्र पुत्रियों की व्यक्तिगत और राष्ट्रीय अस्मिता को आकार देता रहा है। वर्तमान
संस्कृति द्वारा प्रस्तुत चुनौतियाँ, जो सामाजिक उदासीनता,अस्थायित्व तथा व्यक्तिवाद
से चिह्नित है ऐसे जीवन दर्शन को जन्म दे रहा है जो बिना किसी जिम्मेदारी के निजी स्थल
की सतत खोज में है, ऐसे संदर्भ में बुनियादी नैतिक मूल्यों का प्रसार करनेवाली सक्रिय
जीवंतता तथा सुदृढ़ साक्ष्य की जरूरत है जो सामाजिक जीवन तथा प्राचीन महाद्वीप की अस्मिता
को बनाये रखे। स्वतंत्रता की घोषणा के 20 वर्षों तथा यूरोपीय संघ में क्रोएशिया को शामिल
किये जाने की पूर्वसंध्या पर इस देश का प्राचीन और हाल का इतिहास पूरे महाद्वीप को नये
सिरे से चिंतन करने के लिए संवेग प्रदान कर सकता है, लोगों को व्यक्तिगत और सामूहिक रूप
से मदद कर सकता है ताकि वे मानवीय और ख्रीस्तीय मूल्यों की अनमोल सामान्य विरासत की रक्षा
करते हुए नवजीवन का संचार करें। इस तरह यह प्रिय देश, अपनी समृद्ध परम्परा की शक्ति से
यूरोपीय संघ को अपनी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर की पूर्ण सराहना करने में मदद कर
सकेगा। प्रिय भाईयो और बहनो, टूगेदर इन क्राइस्ट शीर्षक से मैं आपके पास आया हूँ
ताकि क्रोएशियाई काथलिक परिवारों के प्रथम राष्ट्रीय दिवस के समारोह में शामिल हो सकूँ।
मेरी कामना है कि यह महत्वपूर्ण घटना ऐसा अवसर सिद्ध हो जो पारिवारिक जीवन और जनहित के
मूल्यों को नवीकृत तरीके से प्रस्ताव करे, एकता को बढाये, आशा का संचार करे तथा लोगों
को ईश्वर की ओर ले चले जो भ्रातृत्वमय शेयरिंग और सामाजिक सह्दयता की नींव हैं। मेरी
इस यात्रा की तैयारी से संलग्न सबलोगों को मैं धन्यवाद देता हूँ। मैं कलीसिया और नागर
समाज के सामने प्रस्तुत चुनौतियों को देखते हुए इस भूमि और इसके सब नागरिकों के लिए आपके
प्रिय और वंदनीय गडेरिये धन्य अलोजिजे स्तेपनिक की सहायता और मध्यस्थता की कामना करता
हूँ। वे युवा पीढी का साथ दें जैसा कि वे उस परोपकार की भावना में जीवन जीना चाहते हैं
जिसने प्रभु येसु को सब लोगों के लिए अपने जीवन को दे देने के लिए अनुप्राणित किया।
संत जोसेफ मुक्तिदाता के सतर्क अभिभावक और इस देश के रक्षक कुँवारी माता मरियम के साथ
आज और हमेशा आपके लिए शांति और मुक्ति प्राप्त करें, धन्यवाद। संत पापा का काफिला
हवाई अडडे में आयोजित स्वागत समारोह के बाद 21 किलोमीटर की दूरी तय कर राष्ट्रपति भवन
पहुँचा। राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति जोसिपोविक ने संत पापा का सहर्ष स्वागत किया।
प्रोटोकोल के अनुसार संत पापा के साथ उनकी निजी मुलाकात और बातचीत का ब्योरा नहीं दिया
गया। संत पापा के साथ निजी मुलाकात के बाद राष्ट्रपति महोदय के परिजनों ने संत पापा का
अभिवादन किया। राष्ट्रपति महोदय से मुलाकात सम्पन्न करने के बाद संत पापा 6 किलोमीटर
की दूरी पर स्थित क्रोएशिया में वाटिकन के प्रेरितिक राजदूतावास पहुँचे। यहाँ उन्होंने
क्रोएशिया की प्रधानमंत्री जदरांका कोसोर के साथ मुलाकात की।