वाटिकन सिटीः क्रोएशियाई यात्रा पर सन्त पापा परिवार की पेशकश मैत्री के स्रोत रूप में
करेंगे
वाटिकन सिटी, 31 मई सन् 2011 (ज़ेनित): सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें शनिवार एवं रविवार
यानि चार और पाँच जून को क्रोएशिया की दो दिवसीय यात्रा पर जायेंगे। इटली से बाहर सन्त
पापा की यह 19 वीं प्रेरितिक यात्रा होगी।
सन्त पापा की उक्त यात्रा पर वाटिकन
के साप्ताहिक टेलेविज़न कार्यक्रम ओक्तावा दियेज़ में टीका करते हुए वाटिकन के प्रेस
प्रवक्ता फादर फेदरीको लोमबारदी ने कहा कि सन्त पापा भूतपूर्व साम्यवादी देश में परिवार
को मैत्री के स्रोत रूप में प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने कहा कि भूमण्डलीकरण, मीडिया, इन्टरनेट
तथा फेसबुक के ज़माने में प्रत्येक व्यक्ति जीवन का अर्थ ढूँढ़ रहा है और इस खोज में
सन्त पापा उसकी मदद कर सकते हैं।
इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराते हुए कि कार्डिनल
रहते हुए सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने कई बार क्रोएशिया का दौरा किया था फादर लोमबारदी
ने कहा, "हम कह सकते हैं कि सन्त पापा क्रोएशिया से भलीभाँति परिचित हैं।" वे इस बात
से वाकिफ़ हैं कि "क्रोएशिया गहन ख्रीस्तीय एवं काथलिक जड़ों वाला देश है और कठिन समय
में, विशेष रूप से विगत शताब्दी में भी, उसने इन जड़ों को निष्ठापूर्वक सींचे रखा है।"
फादर लोमबारदी ने कहा कि वर्तमान भौतिकतावादी एवं उपभोक्तावादी विश्व में, क्रोएशिया
को आज धर्म के प्रति उदासीनता की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
इस सन्दर्भ
में, उन्होंने कहा परिवार और युवा मुख्य मुद्दे हैं इसीलिये सन्त पापा की यात्रा के अवसर
पर क्रोएशियाई काथलिक परिवारों के साथ तथा युवाओं के साथ आयोजित सम्मेलन केन्द्रीय घटनाएँ
रहेंगी।
क्रोएशियाई प्रेरितिक यात्रा के आदर्श वाक्य "ख्रीस्त के संग-संग" पर
चिन्तन करते हुए फादर लोमबारदी ने कहा कि ऐसे विश्व में जहाँ संचार के नित्य नवीन रूप
उभर कर हमारे जीवन को प्रभावित कर रहे हैं यथार्थ सहमिलन एवं भागीदार समन्वय कठिन ही
प्रतीत होते हैं। उन्होंने कहा कि "ख्रीस्त के संग-संग" का उद्देश्य विश्वास एवं साहस
के साथ भविष्य को देखना है।