स्वर्ग की रानी आनन्द मना प्रार्थना का पाठ करने से पूर्व संत पापा द्वारा दिया गया संदेश
श्रोताओ संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने रविवार 29 मई को संत पेत्रुस बासिलिका के प्रांगण
में देश विदेश से आये हजारों तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को स्वर्ग की रानी आनन्द मना
प्रार्थना का पाठ करने से पूर्व इताली भाषा में सम्बोधित करते हुए कहाः अतिप्रिय
भाईयो और बहनो, प्रेरित चरित में बताया गया है कि पहली घोर सतावट के बाद प्रेरितों
के अतिरिक्त , येरूसालेम का मसीही समुदाय आसपास के क्षेत्रों मे बिखर गया। डीकनों में
से एक फिलिप, समारिया के एक नगर में जाकर वहाँ पुनर्जीवित मसीह का प्रचार करता था, लोग
उसकी शिक्षा पर अच्छी तरह ध्यान देते थे क्योंकि सब उसके द्वारा दिखाये हुए चमत्कारों
की चर्चा सुनते या उन्हें स्वयं देखते थे। उस नगर में आनन्द छा गया। हम इस अभिव्यक्ति
से बारम्बार गहन रूप से प्रभावित होते हैं जो कि सार रूप में आशा के भाव को व्यक्त करता
है जैसा कि कह रहा हो- यह संभव है, यह मानवजाति के लिए संभव है कि वह सच्चे आनन्द को
जान सके, क्योंकि जहाँ भी सुसमाचार पहुंचता है, जीवन फलता फूलता है, जैसा कि सूखी भूमि
वर्षा के जल से सिंचित होकर तुरंत हरी भरी हो जाती है, वहाँ हरियाली छा जाती है। पवित्र
आत्मा की शक्ति से फिलिप और अन्य शिष्यों ने फिलिस्तीन के गाँवों में वह सब किया जिन्हें
येसु ने किया था। उन्होंने सुसमाचार का प्रचार किया और चमत्कार किये। यह प्रभु ही थे
जो उनके द्वारा काम कर रहे थे। जैसा कि येसु ने ईश्वरीय राज्य के आगमन की उदघोषणा की
थी उसी तरह शिष्य पुनर्जीवित येसु के बारे में उदघोषणा कर रहे थे, यह बता रहे थे कि वे
ही ख्रीस्त हैं, ईश पुत्र हैं। उनके नाम में लोगों को बपतिस्मा दे रहे हैं तथा शरीर और
आत्मा से हर प्रकार की बीमारी को दूर कर रहे थे। नगर में महान आनन्द छा गया। इस
प्रसंग को पढ़ते हुए एक व्यक्ति तत्क्षण ही सुसमाचार की चंगाई देनेवाली शक्ति के बारे
में सोचता है जिसने सदियों से असंख्य लोगों को लाभ देनेवाली नदी के समान सींचा है। कुछ
महान स्त्री और पुरूष संतों ने पूरे शहर में शांति और आशा का संचार किया। हम सोचते हैं
प्लेग के समय मिलान में चार्ल्स बोरोमेयो का, कोलकाता की धन्य मदर तेरेसा और अनेक मिशनरियों
का जिनका नाम ईश्वर को मालूम है जिन्होंने ख्रीस्त की उदघोषणा करने तथा लोगों के मध्य
गहन आनन्द का प्रसार करने के लिए अपने जीवन को दे दिया है। जब इस दुनिया के शक्तिशाली
लोगों ने राजनैतिक और आर्थिक लाभ के लिए नये क्षेत्रों पर विजय प्राप्त करनी चाही ख्रीस्त
के संदेशवाहक सब जगह गये ताकि ख्रीस्त को लोगों तक और लोगों को ख्रीस्त तक पहुँचायें,
यह जानते हुए कि केवल वे ही सच्ची स्वतंत्रता और अनन्त जीवन दे सकते हैं। आज भी कलीसिया
की बुलाहट सुसमाचार का प्रचार करना है। उन आबादियों तक जो अबतक सुसमाचार के जीवनदायी
जल से नहीं सींचे गये हैं तथा वे लोग जिनकी प्राचीन ख्रीस्तीय जड़ें हैं लेकिन नया फल
उत्पन्न करने के लिए जिन्हें नये रस तथा विश्वास के आनन्द और सौंदर्य की पुर्नखोज करने
की जरूरत है। प्रिय मित्रो, धन्य जोन पौल द्वितीय महान मिशनरी थे, रोम में लगायी गयी
एक प्रदर्शनी यह दिखाती है। उन्होंने मिशन अड जेन्टेस का पुनः संचार किया और इसके साथ
ही नवीन सुसमाचार प्रसार को गति प्रदान किया। हम इन दोनों को पवित्रतम कुँवारी माता मरियम
की मध्यस्थता के सिपुर्द करें। ख्रीस्त की माता सब समय और सब जगह सुसमाचार की उदघोषणा
करने में हमारा साथ दें ताकि उन स्थलों की संख्या में वृद्धि हो और इस दुनिया में फैले
जहाँ लोग ईश संतान के रूप में जीवन जीने का आनन्द पाने की फिर से खोज करें। इतना
कहने के बाद संत पापा ने देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ किया और सबको अपना प्रेरितिक
आशीर्वाद प्रदान किया।