सीरो मलाबार चर्च के नये मेजर आर्चविशप आलेंचेरी द्वारा एकता के लिए काम करने की अपील
(केरल 30 मई उकान) भारत में सीरो मलाबार रीति की कलीसिया के मेजर आर्चविशप के रूप में
धर्माध्यक्ष जोर्ज आलेंचेरी का महाधर्माध्यक्षीय अधिष्ठापन समारोह रविवार 29 मई को केरल
के कोच्चि स्थित संत मरिया बासिलिका में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर उन्होंने भारत में तीनों
रीतियों की काथलिक कलीसियाओं (लातिनी, सीरो मलाबार और सीरो मलंकारा) से आग्रह किया कि
वे अतीत की प्रतिद्वंद्विता को भूल कर एकता के लिए मिलकर काम करें। हम विचारों में भिन्नता
होने के कारण अतीत में एक दूसरे के साथ प्रतिस्पर्द्धा करते हुए ऐसे काम किये हों जो
उचित नहीं रहे हो इसलिए हम इन्हें भूलकर भविष्य की ओर आशा से देखें। उन्होंने यह अपील
सीरो मलाबार चर्च के विश्वासियों से भी की जो पूजनधर्मविधि या प्रशासनिक विवादों के कारण
विभाजित रहे हैं। उन्होंने कहा कि कलीसिया की एकता के प्रयास को नवीन वेग प्रदान करने
के लिए उनका आदर्श वाक्य है - सर्विस इन डायलाँग ओफ ट्रुथ एंड लभ। भारत में वाटिकन
के राजदूत महाधर्माध्यक्ष साल्वातोरे पेनाकियो, लातिनी रीति के धर्माध्यक्षों के सम्मेलन
के अध्यक्ष कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो, सीरो मलंकारा रीति के प्रमुख मेजर आर्चविशप
बासिलियोस मार क्लेमिंस तथा आर्थोडोक्स चर्च के दो धड़ों के धर्माध्यक्ष भी समारोह भी
इस कार्यक्रम में शामिल हुए। सीरो मलाबार रीति की कलीसिया के प्रशासक धर्माध्यक्ष बोस्को
पुत्तुर ने मेजर आर्चविशप अधिष्ठापन समारोह का नेतृत्व किया। केरल में लातिनी रीति के
धर्माध्यक्ष इस समारोह में उपस्थित नहीं हो सके क्योंकि वे संत पापा के साथ पंचवर्षीय
पारम्परिक मुलाकात करने के लिए रोम में हैं। महाधर्माध्यक्ष पेनाकियो ने संत पापा का
संदेश पढ़ा जिसमें सीरो मलाबार कलीसिया के धर्माध्यक्षों की सिनड द्वारा चुने गये मेजर
आर्चविशप के महाधर्माध्यक्ष अधिष्ठापन को ऐतिहासिक कहा गया। संत पापा ने नये धर्माधिकारी
से कहा है कि वे अपने लोगों को उदार और फलप्रद मेषपालीय नेतृत्व उपलब्ध करायें। पूर्वी
रीति की कलीसियाओं संबधी परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल लेओनार्दो सान्द्री
ने अपने संदेश में नये मेजर आर्चविशप से आग्रह किया कि वे भारत में कलीसियाओं के मध्य
एकता को बढाने के लिए मदद करें।