सुसमाचार प्रचार और एकता बढ़ाना मेजर आर्चविशप आलेंचेरी की प्राथमिकताएँ
(बंगलोर 27 मई सीएनएस) केरल में सीरो मलाबार रीति की कलीसिया के नये मेजर आर्चविशप जोर्ज
आलेंचेरी ने कहा कि उनकी प्राथमिकताएँ सुसमाचार प्रचार करना, एकता बढाना और अन्य कलीसियाओं
के साथ सामुदायिकता का प्रसार करना होंगी। केरल के कोचिन स्थित सीरो मलाबार चर्च के मुख्यालय
माउंट सेंट थोमस से उन्होंने सीएनएस समाचार सेवा को 27 मई को दिये टेलिफोन साक्षात्कार
में कहा कि उनका लक्ष्य संवाद के माध्यम से प्रेमपूर्ण सेवा देना है। भारत तथा विश्व
के अनेक भागों में बडी संख्या में पलायन किये सीरो मलाबार रीति के काथलिकों के लिए प्रेरितिक
सेवा उपलब्ध कराने के बारे में पूछे गये सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वे कलीसिया
के सदस्यों के मेषपालीय अधिकारों के लिए कैनन ला या कलीसियाई विधान में बताये गये निर्देंशों
के अनुरूप काम करते हुए सीरो मलाबार चर्च तथा वाटिकन की संरचनाओं के द्वारा आगे बढायेंगे।
सीरो मलाबार चर्च के धर्माध्यक्षों की सिनड द्वारा थक्कालाई के 66 वर्षीय धर्माध्यक्ष
जोर्ज आलेंचेरी 24 मई को एर्नाकुलम आंगामली के मेजर आर्चविशप चुने गये। संत पापा बेनेडिक्ट
16 वें ने उनके निर्वाचन को अगले दिन अपनी मंजूरी दे दी थी। यह पद 84 वर्षीय कार्डिनल
वर्की वित्याथिल का पहली अप्रैल को निधन हो जाने से रिक्त हो गया था। उन्होंने सन 1997
से सीरो मलाबार चर्च का नेतृत्व किया था जो भारत में पूर्वी रीति की दो बडी काथलिक कलीसियाओं
में से एक है।