भोपालः अन्तरधार्मिक नेताओं ने समान अधिकारों की मांग की
भोपाल, 25 मई सन् 2011 (ऊका): भोपाल में चार प्रमुख धर्मों के सात नेताओं ने मध्यप्रदेश
के राज्यपाल से मुलाकात कर राज्य में अन्तरधार्मिक मैत्री एवं सबके लिये समान अधिकारों
के प्रोत्साहन की मांग की।
बौद्ध, ख्रीस्तीय, इस्लाम एवं हिन्दु धर्मों के नेताओं
ने सरकार से मांग की कि वह अन्तरधार्मिक प्रार्थनाओं से नवीन कार्यक्रमों को आरम्भ करे।
उनकी याचिका में यह भी मांग की गई कि सरकार नई योजनाओं का नाम रखते समय सभी धर्मों
को ध्यान में रखे तथा सभी धर्मों को शिक्षा के पाठ्यक्रम में सम्मिलित करे।
यह
आरोप लगाया जाता रहा है कि मध्यप्रदेश में सन् 2003 से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी
अब तक केवल हिन्दु धर्म को प्रोत्साहित करती रही है।
राज्यपाल से मुलाकात के
बाद काथलिक कलीसिया के प्रवक्ता फादर आनन्द मुत्तुंगल ने बताया कि राज्यपाल रामेश्वर
ठाकुर ने सिद्धान्त रूप में उनकी मांगों पर सहमति जताई है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल
महोदय ने, उपयुक्त कार्रवाई के लिये, धार्मिक नेताओं की याचिका को राज्य सरकार के पास
भेजने का भी आश्वासन दिया है।
हिन्दु नेता एस.सी. पाटीदार ने नई योजनाओं को केवल
हिन्दु धर्म से सम्बन्धित नाम देने के लिये राज्य सरकार की आलोचना की और कहा कि सभी धर्मों
को समान अधिकार मिलना चाहिये।
मुस्लिम प्रतिनिधि क्वाज़ी अमानुल्लाह ने इस बात
की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि भारत कोई धर्मतांत्रिक देश नहीं है बल्कि वह एक धर्मनिरपेक्ष
राष्ट्र है जहाँ सभी धर्मों का सम्मान किया जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि जब सभी धर्मों
को बराबर का प्रतिनिधित्व मिलेगा तब समाज में मैत्री एवं समझदारी उत्पन्न होगी।