2011-05-20 16:30:00

सीरो मलाबार चर्च द्वारा नये मेजर आर्चविशप के चुनाव की तैयारी



भारत में पूर्वी रीति की दो बडी कलीसियाओं में से एक, सीरो मलाबार चर्च अपने मेजर आर्चविशप का चुनाव करने की तैयारी कर रही है। आर्किएपिस्कोपल चर्च के प्रशासक धर्माध्यक्ष बोस्को पुत्तुर के अनुसार केरल के वाणिज्यिक केन्द्र कोच्चि में 23 से 29 मई तक धर्माध्यक्षों के सिनड सम्पन्न होगी।

कार्डिनल वर्की वित्याथिस का पहली अप्रैल को निधन हो जाने से सीरो मलाबार चर्च के प्रमुख का पद रिक्त हो गया है। कलीसियाई विधान तथा पूर्वी रीति की कलीसियाओं संबंधी नियमों के अनुसार मेजर आर्किएपिस्कोपल पद रिक्त होने पर प्रशासक द्वारा दो माह के अंदर धर्माध्यक्षों की सिनड बुलाई जानी है तथा नये महाधर्माध्यक्ष के चुनाव के लिए जरूरी तैयारी करनी है। धर्माध्यक्ष पुत्तुर ने 18 अप्रैल को इस संदर्भ में एक सरकुलर जारी किया। उन्होंने कहा कि चुनाव के लिए तैयारियाँ चल रही हैं। 29 सीरो मलाबार ईपार्किस से 46 धर्माध्यक्षों को वोट देने का अधिकार है। मेजर आर्चविशप का चयन गुप्त मतदान द्वारा किया जाना है।

धर्माध्यक्षों की सिनड की सफलता के लिए सभी पल्लियों और संस्थानों में पहली मई से ही विशष प्रार्थनाएँ करनी आरम्भ कर दी गयी हैं। धर्माध्यक्ष कुछ समय प्रार्थना में बितायेंगे ताकि प्राचीन चर्च का नेतृत्व करने के लिए वे सही व्यक्ति का चयन कर सकें। संत पापा जोन पौल द्वितीय ने 1992 में सीरो मलाबार चर्च को मेजर आर्किएपिस्कोपल का दर्जा प्रदान किया था। उन्होंने कार्डिनल अंतोनी पादियारा को इसका प्रथम आर्च विशप नियुक्त किया था तथा सीरो मलाबार चर्च के प्रमुख महाधर्माध्यक्ष तथा धर्माध्यक्षों की नियुक्ति के अधिकार को अपने पास रखा था। उन्होंने कार्डिनल वित्याथिल को 1997 में दूसरा प्रमुख महाधर्माध्यक्ष नियुक्त किया था तथा सन 2004 में सीरो मलाबार चर्च को यह अधिकार दे दिया कि वे अपने प्रमुख महाधर्माध्यक्ष और धर्माध्यक्षों को चुनें।








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