स्वर्ग की रानी आनन्द मना प्रार्थना का पाठ करने से पूर्व संत पापा द्वारा दिया गया संदेश
श्रोताओ संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने शनिवार 7 मई और रविवार 8 मई को इटली के उत्तर पूर्व
प्रांत में स्थित अक्विलिया, मेस्त्रे और वेनिस शहर का दौरा किया। 6 वर्ष के परमाध्यक्षीय
काल में इटली के अंदर यह उनकी 22 वीं मेषपालीय प्रेरितिक यात्रा थी। उन्होंने शनिवार
7 मई को उदीने प्रांत के अक्विलिया नगर की भेंट की तथा संध्या पहर में वेनिस आये। उन्होंने
वेनिस के संत मारकुस स्कवायर में विश्वासियों और पर्यटकों का अभिवादन किया तथा बासिलिका
में रखे गये सुसमाचार लेखक प्रेरित संत मारकुस के अवशेषों के दर्शन कर आराधना की। संत
पापा ने रविवार 8 मई को वेनिस प्रांत के मेस्त्रे शहर में स्थित संत जुलियन पार्क में
समारोही ख्रीस्तय़ाग की अध्यक्षता की जिसमें इटली के उत्तर पूर्वी क्षेत्रों में स्थित
धर्मप्रांतों के विश्वासियों सहित पड़ोसी देशों क्रोआशिया, स्लोवानिया, आस्ट्रिया और
जर्मनी के लगभग 3 लाख विश्वासी शामिल हुए। भक्त समुदाय ने समारोही ख्रीस्तयाग के बाद
स्वर्ग की रानी आनन्द मना गीत का गायन किया। इसके बाद संत पापा ने विश्वासियों को इताली
भाषा में सम्बोधित करते हुए कहाः
अतिप्रिय भाईयो और बहनो,
इस समारोही
ख्रीस्तयाग के अंत में हम अपनी दृष्टि स्वर्ग की रानी मरियम की ओर करते हैं। वे पास्का
के प्रभात के साथ ही पुनर्जीवित होनेवाले की माँ बन गयीं और उनके साथ उनका संयुक्त होना
इतना गहरा है कि जहाँ पुत्र उपस्थित हैं वहाँ माँ अनुपस्थित रह ही नहीं सकतीं। इस मनोरम
इलाके में ईश्वर के सौंदर्य के चिह्न और उपहार, अनेक तीर्थालय, गिरजाघर और प्रार्थनालय
हैं जो मरियम को समर्पित हैं। उन्में ख्रीस्त का ज्योतिर्मय मुखमंडल प्रतिबिम्बित होता
है। यदि हम विनम्रतापूर्वक उनका अनुसरण करें तो कुँवारी मरियम हमें उनकी ओर ले चलेंगी।
पास्का काल के इन दिनों में हम स्वयं पर पुनर्जीवित ख्रीस्त को विजयी होने की अनुमति
दें ।
उन्में प्रेम और शांति की यह नयी दुनिया हर मानव के हृदय की गहन आकाँक्षा
की रचना करती है। मेरी कामना है कि दीर्घ ईसाई इतिहास से समृद्ध इन द्वीपों में रहनेवाले
निवासियों को प्रभु आरम्भिक कलीसिया के नमूने के अनुरूप सुसमाचार को जीने के लिए कृपा
प्रदान करें जिसमें विश्वसियों का समुदाय एकहृदय और एकप्राण था।
पवित्रतम माता
मरिया का हम आह्वान करें जिन्होंने सुसमाचार का प्रचार करने के लिए अपने पुत्र का प्रथम
साक्ष्य देनेवालों को समर्थन दिया, वे आज भी पुरोहितों के प्रेरितिक प्रयासों को सहायता
प्रदान करें, धर्मसमाजी जीवन जीनेवालों के साक्ष्य को फलप्रद बनायें, बच्चों में विश्वास
के प्रथम हस्तांतरण के अभिभावकों के दैनिक काम को अनुप्राणित करें, युवाओं के पथ को आलोकित
करें ताकि अपने वे पूर्वजों के पथ पर विश्वास और दृढ़तापूर्वक चल सकें, अधिक उम्रवालों
या बुजुर्गों के दिलों को आशा से भर दें, बीमारों तथा पीडितों को अपनी समीपता से सांत्वना
दें, सुसमाचार प्रचार में, पल्लियों में, काथलिक एक्शन जैसे संघों में सक्रिय योगदान
दे रहे असंख्य लोकधर्मियों के कार्यों को सहायता दें जिनकी जड़े इन क्षेत्रो में बहुत
गहरी हैं तथा उनकी उपस्थिति अनेक अभियानों में देखी जाती है जो अपने कैरिज्म और कार्यों
की विविधता में कलीसियाई संरचना की समृद्धि का चिह्न हैं, मेरे मन में ऐसे समूहों के
नाम है जैसे फोकोलारे, कम्यूनियन एंड लिबरेशन, न्यूकैटेक्यूमेनल वे।
मैं प्रत्येक
जन को प्रोत्साहन देता हूँ कि सामुदायिकता की सच्ची भावना में इस महान दाखबारी में काम
करें जहाँ प्रभु ने हमें काम करने के लिए बुलाया है। कलीसिया तथा पुनर्जीवित ख्रीस्त
की माता मरियम हमारे लिए प्रार्थना कर।
इतना कहने के बाद संत पापा ने स्वर्ग
की रानी आनन्द मना प्रार्थना का पाठ किया और सबको अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान किया।