अब्बोताबाद के गिरजागर, स्कूल और अन्य शिक्षण सस्थाओं बन्द
पेशावर, 7 मई, 2011 (उकान) ओसामा बिन लादेन की हत्या के बाद बनी दहशतपूर्ण स्थिति के
बाद अब्बोताबाद के गिरजागर, स्कूल और अन्य शिक्षण सस्थाओं को एहतियात के तौर परबन्द कर
दिया गया है। पाकिस्तान के कट्टरवादी जमात-ए-इस्लामी नामक धार्मिक पार्टी ने अब्बोताबाद
में ओसामा बिन लादेन की हत्या संबंधी अमेरिकी कारवाई और सरकार और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों
की अक्षमता के विरोध में आवाज़ तेज़ कर दिये हैं। पेशावर के योसफ मसीह याद नामक एक
ख्रीस्तीय विश्लेषक ने बताया कि चर्च परिसर की सभी संस्थाओं को बन्द कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि इधर तालीबान द्वारा किये जा रहे आत्मधाती हमले बढ़ा दिये गये हैं
उत्तरी खाईबेर के पखतुनखवा में हुए बम विस्फोट में 6 ईसाइयों की मौत हो गयी थी। धर्मप्रांतीय
कौंसिल के एक सदस्य ने कहा कि आतंकवाद ने न केवल ईसाइयों को वरन मुसलमानों को भी तबाह
किया है। पाकिस्तान माईनियोरिटी कमीशन के मुख्य संयोजक ख़ालिद गिल ने कहा कि एक आतंकवादी
जिसे मुसलिम समुदाय अपना हीरो मानती है ईसाई समुदाय के लिये भी परेशानी का कारण बन सकती
है। उन्होंने बताया कि धार्मिक कट्टवाद के ख़िलाफ लड़ना उनकी प्रथम ज़िम्मेदारी
है पर वे सदा ही सरकार के साथ देश की संप्रभुता की रक्षा के लिये कटिबद्ध हैं। विदित
हो कि क्रिश्चियन राजनीतिक पार्टी ने अपने के बड़े संरक्षक अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री
शाहबाज़ भट्टी को खो दिया जिसकी हत्या की ज़िम्मेदारी तालीबान अल्कायदा पंजाब ने ली। उधर
पंजाब प्रांत के ईसाई बहुल गाँव अमृतनगर में लोगों ने अपनी सुरक्षा का दायित्व अपने कंधों
में ले लिया है। प्रत्येक परिवार के लोग 30 रूपये की मासिक राशि जमा करते हैं और
रोज दिन 12 व्यक्ति बंदुक और कुल्हाड़ी लेकर गाँव की रक्षा करते हैं ताकि आतंकी हमलों
से लोगों को बचाया जा सके। मेहरान खान नामक व्यक्ति ने उकान समाचार को बताया कि गाँव
में लोग ओसामा बिन लादेन के बारे में खुलकर बोलने से भय खाते हैं वे उनमें उनकी मृत्यु
से राहत है पर वे खुलकर इस संबंध में चर्चा नहीं कर सकते हैं।