वाटिकन सिटीः जॉन पौल द्वितीय की धन्य घोषणा के लिये लाखों वाटिकन की ओर उमड़े
वाटिकन सिटी, 01 मई सन् 2011 (सेदोक): वाटिकन के सैन्ट पीटर्स स्केएर तथा उसके ओर छोर
रविवार, पहली मई को, प्रभु सेवक सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय की धन्य घोषणा के लिये देश
विदेश से लगभग दस लाख विश्वासी एकत्र हुए। इनमें विश्व के विभिन्न देशों के 90 प्रतिनिधिमण्डल
सहित यूरोप के पाँच शाही परिवार तथा 16 राष्ट्राध्यक्ष शामिल थे।
शनिवार को रोम
के चिरको मास्सिमो में भी रात्रि जागरण के लिये लगभग दो लाख श्रद्धालु एकत्र हुए थे।
रात्रि जागरण के बाद चिरको मास्सिमो से सन्त पेत्रुस महागिरजाघर तक के लम्बे मार्ग में
आनेवाले सभी गिरजाघर पूरी रात खुले रहे थे ताकि विश्वासियों को प्रार्थना का मौका मिल
सके।
शनिवार रात्रि से ही सन्त पेत्रुस महागिरजाघर के इर्द गिर्द लोगों ने डेरा
डालना आरम्भ कर दिया था ताकि सुबह होते ही उन्हें धन्य घोषणा समारोह में शामिल होने के
लिये उत्तम जगह मिल सके। 6000 से अधिक पुलिस कर्मी एवं स्वयं सेवी जन समुदाय की व्यवस्था
में लगे थे तथा आपात कालीन स्थितियों के लिये एम्बुलेन्स तैयार खड़े थे।
रविवार
बड़े सबेरे से अपने अपने राष्ट्रीय ध्वजों को फहराते, गीत गाते तथा जयनारे लगाते, श्रद्धालुओं
ने समारोह स्थल का रुख किया। इनमें लगभग एक लाख स्व. सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय की मातृभूमि
पोलैण्ड से रोम पहुँचे थे। ख्रीस्तयाग से पूर्व एक घण्टे तक विभिन्न भाषाओं में प्रार्थनाएँ
अर्पित की गई, भावपूर्ण भजन गाये गये तथा ईश्वर के प्रति प्रभु सेवक जॉन पौल द्वितीय
के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
स्व. सन्त पापा जॉन पाल द्वितीय से मध्यस्थता
की प्रार्थना करने के बाद फ्राँस की एक काथलिक धर्मबहन सि. मारी साईमन पियर ने अपनी पुरानी
पार्किनसन्स बीमारी से रोग मुक्ति पाई थी। चिकित्सीय जाँच पड़ताल के बाद वैज्ञानिकों
ने सि. की चंगाई को समझ में न आनेवाली घटना बताया। इसी चमत्कार को परमधर्मपीठीय सन्त
प्रकरण परिषद ने मान्यता प्रदान की थी तथा कलीसिया में उन्हें धन्य घोषित करने का सन्त
पापा बेनेडिक्ट 16 वें से निवेदन किया था।
दो अप्रैल सन् 2005 में उनके निधन
के बाद, रविवार, पहली मई सन् 2011 को एक बार फिर विशाल जनसमुदाय सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय
की धन्य घोषणा के लिये रोम स्थित सन्त पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में एकत्र हुआ।
लाखों श्रद्धालुओ की उपस्थिति में ख्रीस्तयाग के दौरान ही रोम धर्मप्रान्त के लिये सन्त
पापा बेनेडिक्ट 16 वें के प्रतिधर्माध्यक्ष कार्डिनल अगोस्तीनो विलानी ने सम्पूर्ण भक्त
समुदाय की ओर से प्रभु सेवक जॉन पौल द्वितीय को धन्य घोषित करने का निवेदन किया। सन्त
पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने लैटिन भाषा में धन्य घोषणा के सूत्र का उच्चार कर सन्त पापा
जॉन पौल द्वितीय को धन्य घोषित कर वेदी का सम्मान प्रदान किया।
सन्त पापा जॉन
पौल द्वितीय की धन्य घोषणा रविवार पहली मई से ही, धन्य सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय के
पवित्र अवशेष वाटिकन स्थित सन्त पेत्रुस महागिरजाघर में भक्तों के दर्शानार्थ प्रदर्शित
किये जायेंगे।