वाटिकन सिटीः सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय की धन्य घोषणा के लिये प्रेस और मीडिया व्यवस्था
वाटिकन सिटी, 30 अप्रैल सन् 2011 (सेदोक): सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय की धन्य घोषणा के
लिये, सामाजिक सम्प्रेषण माध्यम सम्बन्धी परमधर्मपीठीय परिषद एवं परमधर्मपीठीय प्रेस
कार्यालय ने 2,300 पत्रकारों एवं मीडिया कर्मियों को मान्यता प्रदान की है। इनमें, 1,300
टेलेविज़न, 700 प्रिंट मीडिया एवं ऑन लाईन सर्विस, 250 रेडियो तथा 230 फोटोग्राफी क्षेत्र
से जुड़े मान्यता प्राप्त पत्रकार एनं मीडिया कर्मी हैं जो विश्व के 101 राष्ट्रों के
नागरिक हैं।
रविवार पहली मई को आयोजित धन्य घोषणा समारोह में 87 देशों के सरकारी
प्रतिनिधिमण्डल उपस्थित होंगे। इनमें, इटली तथा पोलैण्ड के राष्ट्राध्यक्षों सहित, 16
अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष तथा विश्व के पाँच शाही घरानों के प्रतिनिधि शामिल हैं।
वाटिकन प्रेस कार्यालय एवं प्रेस सेवा केन्द्रः वाटिकन प्रेस कार्यालय
का उपयोग स्थायी रूप से मान्य सभी पत्रकारों द्वारा किया जा सकेगा। जबकि केवल धन्य घोषणा
के लिये मान्यता प्राप्त पत्रकार एवं मीडिया कर्मी सन्त पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण
की बगल में स्थित "इस्तीतूतो मरिया सान्तिस्सिमा बमबीना" के प्रेस भवन का उपयोग कर सकेंगे।
वाटिकन मीडिया केंद्र: सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय की धन्य घोषणा समारोह
के रेडियो एवं टेलेविज़न के कवरेज की ज़रूरतों को पूरा करने के लिये, रविवार, पहली मई
की रात तक, वाटिकन स्थित सन्त पापा पौल षष्टम भवन में वाटिकन मीडिया सेन्टर की व्यवस्था
कर दी गई है। वाटिकन मीडिया सेन्टर में, केवल, http://www.mediaaccreditation.va वाटिकन
की वेबसाइट पर उल्लिखित प्रक्रिया के अनुसार, उक्त घटना के लिए मान्यता प्राप्त, रेडियो
एवं टेलेविज़न सेवाओं के पत्रकार एवं तकनीशियन प्रवेश पा सकेंगे।
वाटिकन मीडिया
केन्द्र से मान्यता प्राप्त रेडियो और टेलीविजन मीडिया स्टेशन निम्नलिखित हैं: -
सामाजिक सम्प्रेषण माध्यम सम्बन्धी परमधर्मपीठीय परिषद - वाटिकन रेडियो - वाटिकन
टेलीविजन केंद्र - इताली टेलेविज़न राय तथा - EBU (यूरोपियन ब्रॉडकास्टिंग यूनियन)
"डिजीटल प्रहरी" योजना के तहत, सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय की धन्य घोषणा को,
ट्विटर, फेसबुक एवं यू ट्यूब के माध्यम से मल्टीमीडियाई कवरेज दिया जा रहा है। वाटिकन
रेडियो, वाटिकन टेलेविज़न केन्द्र, सामाजिक सम्प्रेषण माध्यम सम्बन्धी परमधर्मपीठीय परिषद
तथा रोम की प्रतिधर्माध्यक्षीय पीठ के संचार माध्यम कार्यालय के सहयोग एवं समन्वय से
यह सम्भव बन पड़ा है।