मुम्बईः महाराष्ट्र एवं कर्नाटक में ख्रीस्तीयों पर हमले
मुम्बई, 27 अप्रैल सन् 2011 (कैथन्यूज़/एशियान्यूज़) : महाराष्ट्र के पालघर ज़िले के
दस्तूरीपाड़ा में, रविवार 25 अप्रैल को ईस्टर महापर्व के दिन ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों
के घरों पर एक अज्ञात दल ने लाठियों से हमला कर कई लोगों को घायल कर दिया।
इससे
पूर्व 21 अप्रैल को पुण्य बृहस्पतिवार के दिन भी प्रार्थना समारोह में एकत्र ख्रीस्तीयों
पर इसी प्रकार हमला किया गया था। पुलिस ने मामला दर्ज़ कर लिया है किन्तु अभी तक किस,
को गिरफ्तार नहीं किया है।
इस बीच, 22 अप्रैल को, गुड फ्रायडे के दिन कर्नाटक
राज्य के बागलकोर्ट तथा दावनगेरे स्थित प्रॉटेस्टेण्ट प्रार्थना सभाओं को लगभग 50 हिन्दु
चरमपंथियों ने भंग किया। बागलकोर्ट के पन्टेकॉस्टल चर्च पर उन्होंने हमला किया तथा यहाँ
के पास्टर अशोक मोती लाल पोवार एवं गुरु अप्पा पोवार पर गाली गलौच किया तथा उन्हें घायल
कर दिया।
दावनगेरे ज़िले में उन्होंने गुड फ्रायडे के दिन ही बेथेल चर्च पर
हमला किया तथा लगभग 30 भक्तों के समक्ष उन्होंने पास्टर रमेश नायक की पिटाई की।
ग्लोबल
काऊन्सल ऑफ इन्डियन क्रिस्टियन्स नामक संगठन के अध्यक्ष साजन के. जॉर्ज ने ईस्टर के सप्ताह
में हुई इन हिंसक घटनाओं की कड़ी निन्दा की तथा सरकार से मांग की कि वह चरमपंथियों की
हिंसा को रोकने के ठोस उपाय करे तथा अल्पसंख्यकों को सुरक्षा का आश्वासन दिलवाये।
उन्होंने
कहा, "गुड फ्रायडे के दिन ख्रीस्तीय विरोधी हमले देश की धर्मनिर्पेक्षता का अपमान है
तथा मानव मर्यादा, धार्मिक स्वतंत्रता एवं लोगों के शांतिपूर्ण सहअस्तित्व के विरुद्ध
गम्भीर अपराध है।" श्री जॉर्ज ने केन्द्रीय सरकार का आह्वान किया कि वह "देश के अल्पसंख्यको
की सुरक्षा हेतु ठोस कदम उठाये तथा हिंसा के शिकार लोगों को न्याय दिलाये जिनकी प्रायः
पुलिस द्वारा उपेक्षा कर दी जाती है।"