नई दिल्लीः ख्रीस्तीयों ने साई बाबा के निधन पर शोक व्यक्त किया
नई दिल्ली, 27 अप्रैल सन् 2011( ऊका): भारत के ख्रीस्तीयों ने हिन्दु आध्यात्मिक गुरु
एवं लोक हितैषी नेता सत्य साईं बाबा के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
भारतीय काथलिक
धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के प्रवक्ता फादर बाबू जोसफ ने कहा, "हम उनके सभी अनुयायियों के
प्रति गहन सहानुभूति दर्शाते हैं। यह एक अपार क्षति है।"
सत्य साईं बाबा का निधन
24 अप्रैल को पुट्टपर्थी में उन्हीं के द्वारा स्थापित सत्य साई इन्सटीट्यूट ऑफ मेडिकल
साईन्सस में हो गया था। वे 85 वर्ष के थे।
ऑल इन्डिया क्रिस्टियन काऊन्सल के
अध्यक्ष श्री जॉन दयाल ने कहा, "सत्य साईं बाबा के निधन से हम अत्यन्त दुखी हैं तथा उनके
अनुयायियों के शोक में भागीदार हैं।"
नेल्लोर के धर्माध्यक्ष मोज़ेज डी. प्रकासम
ने आशा व्यक्त की कि साईं बाबा के बाद भी उनके द्वारा आरम्भ मानवतावादी एवं लोकोपकारी
सभी कार्य जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि आन्ध्रप्रदेश के हज़ारों लोगों ने बाबा द्वारा
आरम्भ नेक पहलों का लाभ उठाया है। इनमें, मुफ्त उच्च शिक्षा, पेयजल, निःशुल्क हार्ट सर्जरी
आदि शामिल हैं।
येसु धर्मसमाजी पुरोहित फादर एम. देवदास ने बाबा के प्रति श्रद्धान्जलि
अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने "सबसे प्रेम करो एवं सबकी सेवा करो" सन्देश का अनुसरण
किया जो ईस्टर के दिन उनकी मृत्यु में भी पूरा हुआ है। हिन्दुपुर के पल्ली पुरोहित फादर
ई. सेल्वराज ने बताया कि उनकी पल्ली में काथलिकों ने ईस्टर के दिन बाबा की आत्मा की चिर
शांति हेतु विशेष प्रार्थनाएँ अर्पित कीं।
बुधवार को, सत्य साईं बाबा को पूरे
राजकीय सम्मान के साथ पुट्टपर्ति में उनके प्रशांति निलयम आश्रम में समाधि दे दी गई।
इस अवसर पर सिख, ईसाई एवं अन्य धर्मों के धर्माधिकारियों ने भी धर्मग्रन्थों से पाठ किया
तथा दिवंगत आत्मा की चिरशांति हेतु प्रार्थनाएँ की।
अन्तिम क्रिया के दौरान
आन्धप्रदेश के मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी और राज्यपाल नरसिम्हन सहित कई वरिष्ठ सरकारी
अधिकारी उपस्थित थे। इनके अतिरिक्त भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी और चंद्रबाबू नायडू भी
उपस्थित थे। मंगलवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और सोनिया गाँधी ने भी पुट्टपर्ति पहुंच
कर सत्य साईं बाबा को श्रद्धांजलि अर्पित की थी।