कोलोम्बोः सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय पर निर्मित डिवीडि का मांग ने ज़ोर पकड़ा
कोलोम्बो, 26 अप्रैल सन् 2011 (ऊका): श्री लंका में सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय पर निर्मित
डिवीडि की मांग बढ़ती जा रही है। पहली मई को स्व. सन्त पापा रोम में धन्य घोषित किये
जायेंगे।
श्री लंका में अनेक लोग सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय को, "श्री लंका के
प्रेरित फादर जोसफ वाज़" की धन्य घोषणा हेतु, सन् 1995 में सम्पन्न उनकी श्री लंका प्रेरितिक
यात्रा के लिये याद करते हैं।
कोलोम्बो के एक बुक स्टॉल की विनिफ्रीडा ईरानजानीय
ने बताया कि आठ माहों पूर्व सन्त पापा पर डिवीडि तैयार किया गया था जिसकी मांग धन्य घोषणा
के कारण अत्यधिक बढ़ गई है। यहाँ तक कि उक्त बुक स्टॉल के पास केवल दो डिविडि बची हैं।
कोलोम्बो महाधर्माध्यक्षीय निवास के पास के बुक स्टॉल का भी यही हाल है वहाँ भी पाँच
डिविडि बचे हैं बाकी सब बिक गये हैं।
महाधर्मप्रान्त के फादर प्रियंथा सिल्वा
ने ऊका समाचार से कहा कि श्री लंका के लोग सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय की धन्य घोषणा पर
अत्यधिक हर्षित हैं क्योंकि उन्होंने श्री लंका की यात्रा की थी तथा लोगों को उनके दर्शन
का मौका मिला था। उन्होंने कहा कि महाधर्मप्रान्त के पास अभी भी वेदी का वह आवरण सुरक्षित
है जिसे सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय ने छुआ था और अब जो सबके लिये एक पवित्र अवशेष बन
गया है।
इस बीच, नेगोम्बो के पल्ली पुरोहित फादर स्रियानन्दा फेरनान्दो ने सन्त
पापा जॉन पौल द्वितीय के साथ अपनी मुलाकात के बारे में कहा, "वे साधारण स्वाद वाले एक
मृदुलभाषी व्यक्ति थे। एक पवित्र व्यक्ति जिसके मुख से निकलनेवाला हरएक शब्द हृदय का
स्पर्श करता था।"
उन्होंने कहा, "हम हर्षोल्लास के साथ उनके धन्य घोषित किये
जाने का स्वागत करते हैं। यह सब लोगों के लिये एक महत्वपूर्ण अवसर होगा क्योंकि उन्होंने
अपने आध्यात्मिक जीवन से सबके लिये एक महान आदर्श प्रस्तुत किया है।"
सन्त
पापा जॉन पौल द्वितीय सन् 1978 से सन् 2005 तक काथलिक कलीसिया के परमाध्यक्ष थे। पहली
मई को रोम में सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें उन्हें धन्य घोषित कर कलीसिया में वेदी का
सम्मान प्रदान करेंगे। स्व. सन्त पापा की मध्यस्थता से फ्राँस की धर्मबहन मारी सिमोन
पियर की पार्किनसन्स बीमारी चमत्कारी रूप से ठीक हो जाने के बाद कलीसिया ने उन्हें धन्य
घोषित करने का निर्णय लिया। जाँचपड़ताल के बाद चिकित्सकों की रिपोर्ट में कहा गया कि
धर्मबहन की चंगाई का उनके पास कोई चिकित्सीय उत्तर नहीं है।