जैरूसालेमः पुण्य सप्ताह, इसराएली एवं फिलिस्तीनी सेना प्रतिबंध तीर्थयात्रियों को रोक
रहे हैं
जैरूसालेम, 19 अप्रैल सन् 2011 (एशियान्यूज़): पवित्रभूमि में इसराएली एवं फिलिस्तीनी
क्षेत्रों की सीमा पर लगे प्रतिबन्धों एवं तनावों के कारण इस वर्ष अपेक्षाकृत कम तीर्थयात्री
ही पुण्य सप्ताह मनाने पवित्रभूमि पहुंचे हैं।
रविवार को, जैरूसालेम में लैटिन
रीति के प्राधिधर्माध्यक्ष मान्यवर फोआद त्वाल के नेतृत्व में लगभग दस हज़ार तीर्थयात्रियों
ने खजूर इतवार के जुलूस एवं ख्रीस्तयाग में भाग लिया। प्रतिवर्ष जैरूसालेम के प्राचीन
शहर में खजूर रविवार के जुलूस एवं ख्रीस्तयाग में 20,000 से अधिक तीर्थयात्री भाग लेते
हैं।
जैरूसालेम की प्राधिधर्माध्यक्षीय पीठ के प्रवक्ता फादर मारचेल्लो गलारदो
ने एशिया समाचार को बताया कि बेथलेहेम तथा रामाल्लाह के अनेक ख्रीस्तीय विश्वासी इसराएली
अधिकारियों द्वारा दिये जाने वाले परमिट न मिल पाने के कारण पुण्य सप्ताह के लिये जैरूसालेम
नहीं आ सके।
उन्होंने कहा, "कठिनाईयों के बावजूद आगामी दिनों में पुण्य सप्ताह
की धर्मविधियों में शरीक होने के लिये अनेक अन्य तीर्थयात्रियों के आने का अनुमान है।"
उन्होंने कहा कि लोगों के बीच खुशी का वातावरण है तथा ईस्टर मनाने के लिये सभी उत्साहित
हैं।
इस बीच, जैरूसालेम में क्रिस्टियन इनफोरमेशन सेन्टर के पूर्वाध्यक्ष फ्राँसिसकन
मठवासी फादर अनासतासियुस माकोरा का कहना है कि पहले के वर्षों के मुकाबले में जैरूसालेम
तथा आसपास के पुण्य नगरों में तीर्थयात्रियों का आगमन बहुत कम हो गया है। उन्होंने कहा
कि मध्यपूर्व में जारी तनावों के कारण इस वर्ष अनेक विदेशियों को पवित्रभूमि में अपनी
यात्रा रद्द करनी पड़ी है।