(कैरो एशिया न्यूज) मिस्र की राजधानी कैरो से 30 किलोमीटर दक्षिण स्थित सोल गाँव में
कोपटिक ईसाईयों को फिर से नया चर्च मिल गया है जिसे 4 मार्च को इस्लामी चरमपंथियों ने
आग लगाकर नष्ट कर दिया था। सेना के सहयोग से एक माह के अंदर ही संत मीना और संत ग्रेगोरी
चर्च का पुर्ननिर्माण किया गया। लगभग 700 विश्वासिय़ों नें नये गिरजाघर में 14 अप्रैल
को आयोजित प्रथम ख्रीस्तयाग तथा चर्च की छत पर क्रूस की प्रतिमा लगाये जाने के समारोह
में भाग लिया। सोल गाँव के ही कोपटिक ईसाई अदेल मेदहत ने सैनिकों को धन्यवाद दिया
जिन्होंने उसे इस चर्च में फिर से प्रार्थना करने के लिए सहायता की। अनेक ख्रीस्तीय कार्यकर्त्ताओं
ने सेना के कार्य़ों की सराहना की जिसने सैकड़ों कोपटिक ईसाईयों और उदारवादी मुसलमानों
के विरोध प्रदर्शन के बाद 13 मार्च को वादा किया था कि पास्का के पूर्व ही चर्च का नवनिर्माण
कर दिया जायेगा। चर्च की सरल बनावट अनेक गाँववासियों को संतुष्ट नहीं कर पाया है
क्योंकि चर्च में आग लगाने वाले अपराधियों पर न्यायालय में मुकदमा चलाने के लिए अधिकारियों
ने अबतक कुछ नहीं किया है और वे ईसाई और मुसलिम समुदायों के संघर्षों का समाधान अनौपचारिक
तरीके से करना चाहते हैं।