पौल भटटी अपने भाई स्वर्गीय शाहबाज भटटी के पदचिह्नों पर
(रोम वीआर वर्ल्ड) पाकिस्तान में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री रहे स्वर्गीय शाहबाज भटटी
के भाई पौल भटटी, फैसलाबाद के धर्माध्यक्ष जोसेफ कूटस तथा लाहौर स्थित बादशाही मस्जिद
के ग्रैंड इमाम सैयद मुहम्मद अब्दुल काबिर आजाद ने बुधवारीय आमदर्शन समारोह के अंत में
संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें के साथ मुलाकात की। शाहबाज भटटी की लगभग एक माह पूर्व चरमपंथियों
ने राजधानी इस्लामाबाद में हत्या कर दी थी। पेशे से चिकित्सक, पौल भटटी ने अल्पसंख्यकों
के अधिकारों की रक्षा तथा देश के विवादित ईशनिन्दा कानून को समाप्त करने के अपने भाई
के मिशन को जारी ऱखने का निर्णय किया है। उन्होंने रोम में संत एजेदियो समुदाय द्वारा
मंगलवार को आयोजित एक बैठक में कहा कि अपने भाई के हत्यारों को उन्होंने माफ कर दिया
है। उनके भाई के हत्यारे स्वयं को धार्मिक कहते हैं लेकिन वे धार्मिक नहीं हैं। सच्चे
धार्मिक व्यक्ति ईश्वर का नाम लेते हुए ऐसे निन्दीय और घृणित कृत्य कदापि नहीं करेंगे।
वे आतंकवादी हैं। पौल भटटी ने देश भर में धार्मिक आधार पर व्यापक विभाजन को पाटने
के लिए संवाद के सेतु बनाने का निर्णय किया है। उन्होंने कहा कि सच्चे धर्म के लोगों
की पुकार वे चाहे ईसाई, मुसलिम या हिन्दु हों उन्हें सुनने की जरूरत आज पहले से कहीं
अधिक है। इमाम सैयद मुहम्मद आजाद जो शाहबाज भट्टी के निजी मित्र थे उनके अनुसार पाकिस्तान
में अंतर धार्मिक संवाद का 40 साल का इतिहास है। पौल भटटी के अनुसार पाकिस्तान में धार्मिक
नेताओं के सामने स्कूलों, गिजाघरों और मस्जिदों में धार्मिक शिक्षा देने तथा चरमपंथियों
के प्रोपागंडा के खिलाफ लोगों को शिक्षित करने की चुनौती है। धर्म के आधार पर किये जानेवाला
भेदभाव प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है इसलिए नहीं कि विश्वासी लोग एक साथ नहीं रह सकते लेकिन
आतंकी आधार के द्वारा घृणा फैलाने का अभियान चलाया जा रहा है जो धर्म का उपयोग करना जारी
रखा है। हमें इस नफरत के खिलाफ युद्ध करना है।