केरलः कार्डिनल विथयाथिल के निधन पर हिन्दु, मुसलमान सहित हज़ारों शोकाकुल
कोची, केरल, पाँच अप्रैल सन् 2011 (ऊका): केरल में इन दिनों, हिन्दू और मुसलमान धर्मानुयायियों
सहित हज़ारों लोग इन दिनों कार्डिनल वार्की विथयाथिल के पार्थिव शव का दर्शन कर उनके
निधन पर शोक मना रहे हैं। पहली अप्रैल को हृदयाघात के कारण, अंगामाली के लिज़ी अस्पताल
में, कार्डिनल विथयाथिल का निधन हो गया था।
भारत में पूर्वी रीति की काथलिक कलीसियाओं
के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष बॉस्को पुत्तुर ने घोषणा की है कि दस अप्रैल को कोची में दिवंगत
कार्डिनल की अन्तयेष्टि सम्पन्न की जायेगी।
केरल की काथलिक कलीसिया ने दस दिवसीय
शोक की घोषणा की है। इस दौरान अंगमाली के लिटिल फ्लावर अस्पताल में एक काँच के बक्से
में सुरक्षित कार्डिनल विथयाथिल के पार्थिव शव के दर्शन करने हज़ारों लोगों का आवागमन
जारी है जिनमें सिरो मलाबार एवं सिरो मंलकार रीति के काथलिकों सहित केरल के हिन्दू, मुसलमान
एवं अन्य समुदायों के लोग भी शामिल हैं।
आम लोगों के साथ साथ केरल के राजनीतिज्ञ
एवं कला जगत की विख्यात हस्तियों ने भी स्वर्गीय कार्डिनल के दर्शन कर उनके प्रति भावभीनी
श्रद्धा अर्पित की। सिरो मलाबार कलीसिया के प्रवक्ता फादर पौल थेलीकट्ट के अनुसार पुरोहितों
एवं धर्मबहनों से अधिक सामान्य लोगों का आवागमन जारी है।
सरकारी अधिकारी विजयन
बीना ने बताया कि उन्होंने कई अवसरों पर कार्डिनल महोदय से मुलाकात की थी तथा निर्धनों
के प्रति उनकी व्यथा से अत्यधिक प्रभावित हुई थीं।
इसी प्रकार एक हिन्दू संगठन
के उपाध्यक्ष पी.के. नारायण पन्नीकर ने कहा कि कार्डिनल विथयाथिल सभी धर्मों के लोगों
से प्यार करते थे। उन्होंने किसी के विरुद्ध भेदभाव नहीं किया तथा किसी को चोट पहुँचाये
बिना अपनी कलीसिया की अगुआई की।
और, इस्लाम मौलवी टी. आरीफली ने कहा कि कार्डिनल
विथयाथिल राजनीतिक खेमों में बँटे केरल के लिये एकता की आशा थे।