2011-03-29 11:38:16

मोरोक्कोः युद्ध किसी समस्या का हल नहीं, कहना उत्तरी अफ्रीकी धर्माध्यक्षों का


मोरोक्को, 29 मार्च सन् 2011 (सेदोक): उत्तरी अफ्रीका के काथलिक धर्माध्यक्षों ने युद्ध एवं हिंसा की समाप्ति का आह्वान कर कहा है कि युद्ध किसी भी समस्या का हल नहीं हो सकता।

मोरोक्को, आलजिरिया, ट्यूनिशिया और लिबिया सहित उत्तरी अफ्रीकी क्षेत्र के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने एक वकतव्य प्रकाशित कर युद्ध एवं हिंसा की ततकाल समाप्ति का आह्वान किया है जो निर्दोष लोगों की जानें ले रहा है तथा हज़ारों लोगों को उनके घरों से पलायन के लिये बाध्य कर रहा है।

अरब देशों और, विशेष रूप से, मगरेब से सम्बन्धित ऐतिहासिक परिवर्तनों के प्रति उन्होंने चिन्ता जताई और कहा कि लोगों की आवाज़ को सुना जाना आवश्यक है ताकि सभी की प्रतिष्ठा का सम्मान हो सके।

राबात के महाधर्माध्यक्ष विन्सेन्ट लानडेल द्वारा हस्ताक्षरित धर्माध्यक्षों के वकतव्य में इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया गया कि इन घटनाओं के पीछे, "स्वतंत्रता, न्याय एवं प्रतिष्ठापूर्ण जीवन यापन की अभिलाषा छिपी है।"

लिबिया में चल रहे युद्ध पर उन्होंने गहन चिन्ता व्यक्त की और कहा कि, "हम त्रिपली तथा बेनगाज़ी के हमारे धर्माध्यक्ष बन्धुओं के साथ हैं तथा उनके साथ मिलकर प्रार्थना करते हैं कि युद्ध एवं हिंसा का शीघ्रातिशीघ्र अन्त हो।" उन्होंने कहा, "हम जानते हैं कि युद्ध किसी समस्या का हल नहीं है और जब यह छिड़ता है तब यह किसी नाभिकीय रियेक्टर में विस्फोट की तरह ही नियंत्रण से बाहर हो जाता है।"

इस बीच, अमरीका के काथलिक धर्माध्यक्षों ने भी अमरीकी सरकार से आग्रह किया है कि, नैतिक ज़िम्मेदारी एवं मानव जीवन की सुरक्षा को ध्यान में रखकर, वह इस बात की जाँच करे कि लिबिया में सैन्य बल का प्रयोग उचित था अथवा नहीं।







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