वाटिकन सिटी, 28 मार्च, 2011(बीबीसी) कैथोलिक ईसाइयों के धर्मगुरु पोप बेनेदिक्ट 16वें
ने लीबिया के मुद्दे पर सभी पक्षों से लड़ाई तत्काल बंद करने और बातचीत शुरु करने की
अपील की है। बीबीसी संवाददाता डेविड विली ने रोम से अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पोप
की मध्य पूर्व के देशों के हालात पर नज़र है हाल के दिनों में कई देशों में हुई हिंसा
पर भी चिंता जताई है। रविवार को रोम में देवदूत प्रार्थना के आशीर्वाद समारोह के
बाद सेंट पीटर्स स्क्वेयर पर श्रद्धालुओं से बात करते हुए पोप ने कहा कि लीबिया में आम
नागरिकों की सलामती और सुरक्षा के साथ-साथ वहां की घटनाओं से वे काफ़ी आशंकित हैं। हमने
कार्रवाई करने में फुर्ती दिखाई इसलिए मानवीय संकट टल गया और सैकड़ों आम नागरिकों, निरपराध
लोगों, महिलाओं और बच्चों की जान बचाई जा सकी. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय राजनयिकों
से तुरंत बातचीत की दिशा में काम करने की अपील की है ताकि सभी पक्ष हथियारों के इस्तेमाल
को निलंबित करने पर सहमत हो सकें। इससे पहले पोप रोम के बाहर नाज़ी जनसंहार के स्थान
को देखने भी गए जहां 1944 में इटली के 335 नागरिकों की हत्या कर दी गई थी जिनमें कैथोलिक
ईसाई और यहूदी भी शामिल थे. वेटिकन के आधिकारिक अख़बार ऑब्ज़र्वेटोर रोमानो ने लीबिया
में कर्नल गद्दाफी के ख़िलाफ जल्दबाज़ी में की गई सैन्य कार्रवाई के लिए फ्रांस की आलोचना
की है। अख़बार के मुताबिक लीबिया पर पश्चिमी देशों की रणनीति को लेकर भ्रम की स्थिति
बनी हुई है।