कराचीः गिरजाघर के बाहर सशस्त्र मुसलमानों द्वारा दो ख्रीस्तीयों की हत्या
कराची, 23 मार्च सन् 2011 (एशियान्यूज़): पाकिस्तान के हैदराबाद नगर में चरमपंथी युवा
मुसलमानों ने 21 मार्च को एक गिरजाघर के बाहर दो ख्रीस्तीयों की गोली मार कर हत्या कर
दी तथा दो अन्यों को घायल कर दिया।
सिंध प्रान्त के हैदराबाद स्थित हुर्र शिविर
में निवास करनेवाले ख्रीस्तीय धर्मानुयायी गिरजाघर की स्थापना की 30 वीं जयन्ती मना रहे
थे जब युवा मुसलमानों के एक दल ने उनपर हमला कर दिया। उन्होंने गिरजाघर के प्राँगण में
घुसकर ज़ोर ज़ोर से शोर मचाना शुरु कर दिया तथा गिरजाघर में प्रवेश करनेवाली महिलाओं
को सताना शुरु कर दिया। शोर गुल सुनकर 47 वर्षीय यूनिस मसीह, 45 वर्षाय सिद्दीक मसीह
तथा 22 वर्षीय जमील मसीह एवं वसीम मसीह बाहर निकल आये। उन्होंने मुसलमान युवाओं से आराधना
स्थल एवं भक्त समुदाय के प्रति सम्मान का आग्रह किया। बस इसी पर बात आगे बढ़ गई तथा कुछ
समय बाद मुसलमान युवा बन्दूकों से लैस गिरजाघर के प्राँगण में उपस्थित हुए तथा गोलीचालन
करने लगे जिसमें यूनिस मसीह एवं जमील मसीह की तत्काल हत्या हो गई। अन्य दो ख्रीस्तीयों
को गम्भीर हालत में कराची के एक अस्पताल पहुँचाया गया।
इन हत्याओं के प्रति
पाकिस्तानी अधिकारियों की प्रतिक्रिया को पाकिस्तान के ख्रीस्तीयों ने निन्दनीय बताया
है। जमील की माता जी सुरैया बीबी ने बताया कि पुलिस का ऱुख़ इस तरह का था मानों ये हत्याएँ
महत्वपूर्ण नहीं था। पुलिस ने देर रात के बाद शिकायत दर्ज़ की तथा आरोपियों के नाम बताने
के बाद भी उन्हें गिरफ्तार नहीं किया है। इसके विपरीत कुछ ख्रीस्तीय युवाओं को गिरफ्तार
किया गया है जिनका इस प्रकरण से कुछ लेना देना नहीं है।