वाटिकन सिटी, 13 मार्च, 2011(ज़ेनित) संत पापा ने जापान के उत्तरी-पूर्वी किनारे में
आये भारी भूकम्प सह सुनामी में मरे लोगों के प्रति अपना शोक और इस प्राकृतिक आपदा से
हताहत लोगों के प्रति अपनी गहरी सहानुभूति और आध्यात्मिक सामीप्य प्रकट किया है। रिचर
स्केल के अनुसार भूकम्प की तीव्रता 8.9 मापी गयी है। ज़ेनित समाचार के अनुसार जापान के
सेनदई शहर और टोक्यो के उत्तरी भाग में आया यह भूकम्प जापान में आये भूकम्पों में सबसे
विध्वंशकारी माना जा रहा है। बीबीसी समाचार के अनुसार मरने वालों की संख्या 300 से बढ़कर
1000 हो गयी है। भूकम्प के बाद आये सुनामी का विनाशकारी प्रभाव 80 मीलों तक देखा
जा रहा है। सुनामी की लहर 32 फूट ऊँची थी और इसने घर-द्वार, पेड़-पौधों, बड़े मकानों,
रास्तों, पानी जहाजों, गाड़ियों और रास्ते में आने वाले सभी संरचनाओँ को मटियोमेट करते
हुए भयंकर तबारी मचायी है। वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल तारचियो बेरतेनो ने जापान
की धर्माध्यक्षीय समिति के अध्यक्ष ओसाका के महाधर्माध्यक्ष लेओ जुन इकेनागा को संत पापा
की ओर से एक तार संदेश प्रेषित किया है। उन्होंने लिखा है " जापान के उत्तरी-पूर्वी
समुद्री तट पर अचानक आये भूकम्प सह सुनामी की विनाशकारी समाचार सुन कर संत पापा दुःखी
है और इस आपदा के शिकार लोगों के प्रति अपनी आध्यात्मिक सामीप्य का आश्वासन देते हैं।"
इस संदेश में यह भी कहा गया है कि " संत पापा मृतकों और उनके परिवार के शोकित सदस्यों
और मित्रों के लिये प्रार्थनायें अर्पित कर रहे हैं तथा ईश्वर से उनकी प्रार्थना है कि
वे दुःखित जनों को साहस और सान्त्वना प्रदान करें।" संदेश में कहा गया है कि " संत
पापा इस भीषण त्रासदी के बचाव और राहत कार्यों में लगे लोगों को भी अपनी प्रार्थनामय
सहायता और सहानुभूति का आश्वासन देते हैं।"