कैरो, 12 मार्च,2011 (एशियान्यूज़) हज़ारों कोपटिक ईसाई और मुसलमानों ने क्रूस और क्रेसेन्ट
पकड़ कैरो के ताहीर चौक में प्रदर्शन किया और अंतरधार्मिक फूट और हिंसा का विरोध किया।
विदित हो कि हाल में हुई हिंसा में 13 लोगों ने अपनी जानें गंवायी थी। युवा फेसबुक
और इंटरनेट के जरिये लोगों को प्रेरित कर रहे हैं ताकि लोगों ऐसी छेड़छाड़ और और फूट
का खुलकर विरोध करें जिससे ईसाई-मुस्लिम एकता भंग होती हो। एशियान्यूज़ ने बताया कि
जैसमिन आंदोलन के युवाओं के अनुसार लाखों लोग सड़कों पर आयेंगे और उनका समर्थन करें।
उधर कोपटिक ईसाइयों ने मिश्र की राष्ट्रीय टीवी स्टेशन के पास बैटकर धरणा दिया है
और संत मीना और संत जोर्ज इन सोल के गिरजाघर के मरम्मत की अपील की है।विदि हो कि कुछ
मुसलमानों ने दोनों गिरजाघरों को क्षतिग्रस्त कर दिया था। धरने पर बैठे लोगों ने
कहा है कि वे तबतक वहाँ बने रहेंगे जब तक कि गिरजाघर का पूर्ण जीर्णोधार न कर दिया जाये।
विदित हो कि सेना वे आश्वासन दिया है कि गिरजाघर का पुनर्निर्माण पास्का पर्व के
पूर्व तक कर दिया जायेगा। एशियान्यूज़ ने यह भी बताया कि कई मुस्लिम इस निर्णय का
विरोध किया है। कुछ कट्टरवादी मुसलमानों के इस विचार से कि " वे चाहते है कि गिरजाघर
को मरूभूमि में बनाया जाना चाहिये, स्थिति में अनिश्चितता बरकरार है।" उधर ईसाई नेताओं
और सेना ने लोगों को आश्वासन दिया है कि " किसी भी तरह से हिंसात्मक स्थिति उत्पन्न नहीं
होने देंगे।"