2011-03-10 16:57:06

पाकिस्तान में ईसाईयों का चालीसाकाल- प्रार्थना और " शाहबाज के लिए कारवाँ "


(पाकिस्तान इस्लामाबाद 10 मार्च फीदेस) फीदेस समाचार सेवा के अनुसार 2 मार्च को मारे गये काथलिक पाकिस्तानी मंत्री शाहबाज भट्टी की स्मृति में तीन दिनों के शोक के अंतिम दिन पाकिस्तान के 500 से अधिक गिरजाघरों में ख्रीस्तयाग और प्रार्थना सभाओं का आयोजन किया गया। सड़को में शांति जुलूस भी निकाले गये। दक्षिण पंजाब में 4 हजार से अधिक लोग जुलूस में शामिल हुए। 18 मार्च को कराँची में विशेष यादगारी समारोह का आयोजन किया जायेगा जिसमें अनेक राजनैतिक और धार्मिक नेता भाग लेगें। इसके साथ ही पाकिस्तान का नागरिक समाज कारवान फोर शाहबाज नामक कारवाँ रवाना करने की योजना बना रहा है जो पाकिस्तान के हर बड़े शहर में जायेगा ताकि अल्पसंख्यक समुदायों के अधिकारों के प्रति जागरूकता को बढ़ावा मिले।
पीएमएस के राष्ट्रीय निदेशक फादर मारियो रोदरिगवेज ने फीदेस समाचार सेवा से कहा आज हमारा दुर्भाग्य है कि इस देश में जीवित रहते हुए हम सुरक्षित नहीं महसूस करते हैं। यदि उन्होंने मंत्री को मार दिया तो तो हमारा क्या हो सकता है.
उन्होंने कहा कि भटटी की मृत्यु के बाद हमारा काम प्रार्थना करना जारी रखना, आशा और विश्वास बनाये रखना तथा सदैव शांतिमय तरीके से स्थानीय लोगों को परिस्थिति के प्रति सतत जागरूक बनाये रखना है। भटटी की स्मृति के प्रति सम्मान के लिए साहस और विश्वास सहित हम यह कार्य़ चालीसा काल के समय पास्का महोत्सव को ध्यान में रखते हुए जारी रखेंगे।
फादर मारियो ने इंगित किया कि हत्यारों के साथ ही वकील, पत्रकार, राजनीतिज्ञ और कट्टरवादी इस्लामिक धार्मिक नेता भी शाहबाज भटटी की मृत्यु के लिए जिम्मेदार हैं क्योंकि उन्होंने चरमपंथियों और हत्यारों का महिमामंडन किया है तथा पाकिस्तानी समाज में असहिष्णुता और नफरत के माहौल का प्रसार करने में योगदान दिया है।








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