वार्ता और बर्बरता के बीच हम सदा वार्ता का चुनाव करेंगे।
रोम, 7 मार्च, 2011 (सीएनए) अंतरधार्मिक वार्ता के लिये बनी परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष
फ्रांसीसी कार्डिनल जान लुईस तौरान ने कहा अंतरधार्मिक वार्ता और शांतिपूर्ण सहअस्तित्व
समय की माँग है। कार्डिनल तौरान ने उक्त बातों पर उस समय बल दिया जब उन्होंने 4
मार्च, शुक्रवार रोम में अवस्थित फ्रांसिस्कन पोन्तिफिकल अंतोनियानुम यूनिवर्सिटी में
अंतरधार्मिक वार्ता और आध्यात्मिकता के लिये बनी नये विभाग के उद्धाटन समारोह में लोगों
को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि तुर्की के धर्माध्यक्ष लुइजी पदोवेजे और पाकिस्तान
के शाहबाज़ भट्टी कलीसिया के दो सच्चे काथलिक रहे जिन्हें अंतरधार्मिक वार्ता में पूरी
आस्था थी। धर्माध्यक्ष लुइजी की हत्या सन् 2010 के जून महीने में कर दी गयी थी। और
शाहबाज़ भट्टी को 2 मार्च को इस्लमाबाद में गोली से मार दिया गया। कार्डिनल तौरान
ने शाहबाज़ भट्टी की याद करते हुए कहा कि जब पिछले क्रिसमस के बाद जब वे पाकिस्तान में
भट्टी से मिले थे तब उन्होंने विदाई के समय कहा था कि " मैं जानता हूँ कि मेरी हत्या
कर दी जायेगी पर मैं प्रसन्न हूँ कि मैं येसु मसीह और अंतरधार्मिक वार्ता के लिये बलिदान
करूँ।" कार्डिनल ने कहा कि " धर्मसतावट का समय, हमारे लिये विश्वास के लिये साक्ष्य
देने का समय हो।" उन्होंने कहा कि कई देशों में हम अल्पसंख्यक हैं पर हम याद करें कि
कम हैं पर कमजोर नहीं हैं।" उन्होंने कहा कि " वार्ता और बर्बरता के बीच के चुनाव
में हम सदा वार्ता का चुनाव करेंगे।