चिली के राष्ट्रपति सेबास्तियन पिन्येरा संत पोप से मिले
वाटिकन सिटी, 5 मार्च, 2011(ज़ेनित) चिली के राष्ट्रपति सेबास्तियन पिन्येरा ने इस संत
पापा को आश्वासन कहा कि वे गर्भाधान से प्राकृतिक मृत्यु तक जीवन रक्षा के संत पापा के
विचारों का पूरा समर्थन करते हैं। चिली के राष्ट्रपति सेबास्तियन ने वृहस्पतिवार
3 मार्च को संत पापा के आवास में उनसे मुलाकात की । उन्होंने संत पापा को धन्यवाद
देते हुए कहा कि " स्वागत के लिये वे धन्यवादी है। यह उनके लिये विशेष सम्मान की बात
है क्योंकि उन्हें संत पापा के साथ अल्प समयान्तराल में दूसरी बार मिलने का सौभाग्य प्राप्त
हुआ। " चिली के राष्ट्रपति ने बताया कि " हाल के वर्षों में चिली कई विपत्तियों
से जूझता रहा है विशेष करके विगत् वर्ष भूकम्प और खान में फंसे मजदूरों को निकालने की
चुनौती का सामना किया पर चुनौतियों के बावजूद चिलीवासी सकुशल हैं। " संत पापा के
साथ मुलाकात के समय एक मठवासी ने वार्तालाप का दायित्व था। उन्होंने बताया कि संत पापा
और राष्ट्रपति पिन्येरा की स्पैनिश भाषा में वार्तालाप इतनी धीमी और स्पष्ट थी कि उनके
अनुवाद की आवश्यकता ही नहीं पड़ी। वाटिकन आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि संत पापा
और राष्ट्रपति के बीच की वार्ता दोनों की रुचि के अनुकूल थी। उनकी वार्ता मानव जीवन और
परिवारों की सुरक्षा, विकास के लिये सहायता, गरीबी उन्मुलन, मानवाधिकारों की रक्षा तथा
शांति और न्याय जैसे मुद्दों पर केन्द्रित थे। मुलाकात में चिली के काथलिक संस्थानों
द्वारा मानव की प्रगति एवं शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों की चर्चा हुई।
संत पापा और राष्ट्रपति कि मुलाकात 25 मिनटों तक चली। इस मुलाकात के दौरान राष्ट्रपति
कि धर्मपत्नी चेचिलिया मोरेल मोन्ते दे पिन्येरा सहित 17 प्रशासनिक अधिकारियों का एक
प्रतिनिधिमंडल भी में इसमें शामिल था। मुलाकात के बारे में बताते हुए राष्ट्पति सेबस्तियन
ने संतोष जाहिर किया और कहा कि " बातचीत में उन्होंने कुछ मूलभूत मानव मूल्यों जैसे स्वतंत्रता,
पर्यावरण की सुरक्षा आदि के बारे में बातचीत की।" राष्ट्रपति ने कहा कि " वे फिर
एक बार संत पापा ने भूकम्प और खादान में फंसे मजदूरों को निकालते समय जो सहायता और सहानुभूति
दिखलायी उसके लिये वे आभारी हैँ। राष्ट्रपति सेबस्तियन ने बताया कि उन्होंने संत
पापा को चिल्ली आगमन का निमंत्रण दिया और उसके जवाब में संत पापा ने कहा कि " उसकी आयु
करीब 84 हो गयी है और यह कठिन है पर वे सबकुछ करेंगे जो उनकी ओर से संभव होगा।"