2011-02-26 14:20:46

ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा पर प्रकाशित रिपोर्ट वाटिकन राजदूत की व्यक्तिगत रुचि


मंगलौर, 26 फरवरी, 2011 (उकान) भारत में वाटिकन के राजदूत अपोस्तोलिक नुनसियो महाधर्माध्यक्ष साल्वातोरे पेन्नाकियो ने कर्नाटक में हुए ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा पर प्रकाशित रिपोर्ट पर व्यक्तिगत रुचि दिखायी है।

उक्त बात की जानकारी सेवानिवृत्त जज माइकेल एफ. सलदान्हा ने उकान समाचार को देते हुए बताया कि वे वाटिकन राजदूत चाहते हैं कि इस मुद्दे को वाटिकन के राजदूत चाहते हैं कि इसकी रिपोर्ट को वाटिकन को भेजा जाये।

विदित हो पूर्व हाई कोर्ट जज माइकेल ने व्यक्तिगत स्तर से कर्नाटक में हुई ख्रीस्तीय हिंसा की जाँच की थी और इसके लिये कर्नाटक सरकार और हिन्दु अतिवादियों को जिम्मेदार ठहराया था।

माईकेल सलदान्हा ने अपनी रिपोर्ट को सरकारी रिपोर्ट के ठीक एक महीने बाद 23 फरवरी सन् 2008 में प्रकाशित कर दिया था। स्मरण रहे सरकारी रिपोर्ट ने सभी आरोपियों को सबों को ‘क्लीन चिट’ दे दिया था।

राजदूत के कहने पर " रिपोर्ट ऑफ द पीपल्स ट्राइबुनल इनक्वाइरी " की एक प्रति उनके लिये उपल्ब्ध करा दी गयी है ताकि इसे वाटिकन भेजा जा सके। इस बीच वाटिकन राजदूत पिनाकियो ने कैथोलिक सेकुलर फोरम के महासचिव जोसेफ डायस से भी इस संबंध में विचार-विमर्श किये।

भूतपूर्व जज सलदान्हा ने इस स्वतंत्र जाँच की एक प्रति गृह मंत्री पी.चिदम्बरम को भी भेज दी है। गृह मंत्री ने चर्च के नेताओं से कहा है कि " देश के हर कोने से " उन्हें जानकारी दी जाये ताकि वे इस प्रकार के होने वाले आक्रमणों से बच सके।

सलदान्हा ने कहा कि उनकी रिपोर्ट से हिन्दु समर्थकों को काफी परेशानियाँ हुई हैं। अपनी रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा वे चाहते हैं कि अधिक से अधिक लोग इसे जाने।

उनकी योजना है कि वे रिपोर्ट को हेग स्थित ‘इंटरनैशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस’ ‘यूरोपियन कोर्ट ऑफ ह्यूमन राइट्स’ और ‘अमनेस्टी इंटरनैशनल’ को भी भेज दें।











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