यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों की समिति द्वारा ईसाईयों तथा अन्य धार्मिक समूहों के
खिलाफ आतंकवादी कृत्यों की निन्दा
(ब्रसेल्स, वीआर वर्ल्ड, 23 फरवरी) यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों की समिति ने एक वक्तव्य
जारी कर ईसाईयों तथा अन्य धार्मिक समूहों के खिलाफ आतंकवादी कृत्यों की निन्दा की है।
बेल्जियम के ब्रसेल्स में यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों की समिति की बैठक के समापन
पर सोमवार को प्रकाशित वक्तव्य में बिना भेदभाव के धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा और प्रसार
करने के प्रति यूरोपीय संघ के गहन समर्पण की पुष्टि की गयी। कौंसिल ने विभिन्न देशों
में ईसाईयों तथा उनके प्रार्थनालयों के खिलाफ किये गये आतंकी कृत्यों, मुस्लिम तीर्थयात्रियों
और अन्य धार्मिक समुदायों के खिलाफ कृत्यों सहित धार्मिक असहिष्णुता और भेदभाव की बढ़ती
घटनाओं पर गहन चिंता व्यक्त की। इन आतंकी कृत्यों की घोर निन्दा करते हुए समिति ने इन
कृत्यों से प्रभावित व्यक्तियों और देशों के प्रति सहानुभूति और सहृदयता का प्रदर्शन
किया। वक्तव्य में कहा गया कि धार्मिक स्वतंत्रता सार्वभौमिक मानवाधिकार है जिसकी
हर जगह और हर व्यक्ति के लिए रक्षा की जानी है। इस तथ्य पर भी बल दिया गया है कि सबलोग
वे चाहे किसी भी धार्मिक समुदाय या अल्पसंख्यक समुदाय के हों वे हमलों और असहिष्णुता
के भय से मुक्त रहकर स्वंतंत्रतापूर्वक निजी या अन्यों के साथ सामुदायिक स्तरपर अपने
धर्म का अभ्यास कर सकें। यूरोपीय संघ के वक्तव्य का कलीसियाई अधिकारियों ने स्वागत किया
है। कांफ्रेस ओफ यूरोपीयन चर्चेज के आर्थोडोक्स, प्रोटेस्टेंट और आंगलिकन प्रतिनिधियों
ने तथा फ्रांस में बोरडियु के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल ज्यां पियेर रिकार्ड ने कौसिंल
ओफ यूरोपीयन एपिस्कोपल कांफ्रेंसेस (सीसीईई) की ओर से यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों
की समिति के वक्तव्य पर संतोष व्यक्त किया है।