2011-02-18 17:00:48

महाधर्माध्यक्ष फ्रांसिस चुल्लीकाट द्वारा बच्चों के विकास में धन खर्च करने का आह्वान


संयुक्त राष्ट्रसंघ में वाटिकन के स्थायी पर्यवेक्षक महाधर्माध्यक्ष फ्रांसिस चुल्लीकाट ने राष्ट्रों का आह्वान किया कि निर्धनता उन्मूलन की समस्या के समाधान के उपाय रूप में बच्चों में निवेश करें। उन्होंने संयुक्त राष्ट्रसंघ में शनिवार को दिये गये सम्बोधन कहा कि भोजन, पानी और आश्रय से कहीं अधिक बढ़कर मानव प्राणी की गहनतम जरूरतें हैं। यथार्थ सामाजिक विकास हर व्यक्ति की मानवीय मर्यादा के प्रति सम्मान पर टिका है।
महाधर्माध्यक्ष चुल्लीकाट ने संयुक्त राष्ट्रसंघ के सामाजिक विकास आयोग के सामने कहते हुए पश्चिमी जगत में जनसंख्या वृद्धि में हो रही गिरावट की ओर सबका ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि यह एक कारक है जिसके कारण अनेक देश सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध कराने में कठिनाई का सामना कर रहे हैं। इसके विपरीत मानव इतिहास सिखाता है कि यदि बच्चों में पर्याप्त निवेश किया जाये तो वे बड़े होंगे और जितना उन्होंने उपभोग किया है उससे कहीं अधिक योगदान देंगे और इस तरह से सबके लिए जीवन स्तर को बेहतर बना देंगे।
महाधर्माध्यक्ष चुल्लीकाट ने केवल आर्थिक शब्दावली में विकास को मापे जाने की आलोचना करते हुए जोर दिया कि गरीबी उन्मूलन को केवल मापे जानेवाले आर्थिक परिणाम पर आधारित नहीं किया जा सकता है बल्कि यथार्थ विकास के लिए हर मानव तथा सम्पूर्ण मानव प्राणी के विकास को समर्थन देनेकी जरूरत होती है। उन्होंने प्रतिभागियों को स्मरण कराया कि सन 1995 में सम्पन्न कोपेनहेगन बैठक के समय जनमत से यह स्वीकार किया गया था कि लोग विकास के केन्द्र में हैं।








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