बाल्तीमोर, 12 फरवरी, 2011(ज़ेनित) कनाडा अमेरिका और लैटिन अमेरिका के धर्माध्यक्षीय
समिति के सदस्यों की एक सभा में प्रतिनिधियों ने नयी मीडिया के द्वारा विश्वास प्रशिक्षण
की सफलताओं के बारे में विचार किया। बाल्तीमोर में आयोजित अमेरिकी धर्माध्यक्षों
की 36वीं तीन दिवसीय सेमिनार की विषयवस्तु थी कम्यूनियन एंड कम्यूनिकेशन अर्थात् सहभागिता
एवं सम्प्रेषण।" इस सेमिनार में विश्वास प्रशिक्षण की वर्त्तमान चुनौतियों के बारे
में चर्चा हुई और कहा गया कि सामाजिक सम्प्रेषण के तेजी से बदलते स्वरूप के फलस्वरूप
विश्वासमय जीवन जीना चुनौतीपूर्ण हो गया है। उन्होंने इस बात पर विचार किया कि कैसे
नयी मीडिया लोगों में येसु के संदेश को पहुँचाने और येसु का व्यक्तिगत ज्ञान कराने में
मददगार सिद्ध हो सकती है। उन्होंने इस बात पर भी विचार किया कि येसु के संदेश का
प्रचार कलीसिया के भीतर तो किये जाने की आवश्यकता तो है कि संचार के साधनों के द्वारा
अन्य लोगों तक भी पहुँचाया जाना चाहिये। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि लोगों को
चाहिये कि वे मीडिया द्वारा प्राप्त होने वाली नयी बातों का सुसमाचार के आलोक में चिन्तन
करें। इस सभा में धर्माध्यक्षीय समिति के 18 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। लैटिन
अमेरिकी धर्माध्यक्षीय समिति के अध्यक्षों के अलावा अमेरीकी धर्माध्यक्षीय समिति के उपाध्यक्ष
चार क्षेत्र के चार बिश्प्स, पेरु, चिली व पनामा धर्माध्यक्षीय समिति के अध्यक्ष और
ब्राजील धर्माध्यक्षीय समिति के सचिव ने इस सभा में हिस्सा लिया।