(वाटिकन सिटी 10 फरवरी सेदोक, वीआर वर्ल्ड) वाटिकन रेडियो शनिवार 12 फरवरी को अपनी स्थापना
की 80 वीं वर्षगाँठ मना रहा है। वाटिकन रेडियो की स्थापना रेडियो के आविष्कारक गुलिएलमो
मारकोनी द्वारा की गई थी जिसका उदघाटन -Qui arcano Dei- रेडियो सन्देश से, तत्कालीन सन्त
पापा पियुस 11 वें द्वारा 12 फरवरी सन् 1931 ई. को किया गया था। इसका प्रमुख उद्देश्य
स्वतंत्रतापूर्वक, निष्ठापूर्वक एवं प्रभावशाली ढंग से ख्रीस्तीय सन्देश की उदघोषणा करना
है। साथ ही, रोमी काथलिक कलीसिया के केन्द्र को विश्व के विभिन्न देशों के साथ जोड़े
रखना है। वाटिकन संग्रहालय के सभागार में 10 फरवरी की संध्या एक विशेष सभा का आयोजन
किया गया था जिसे कार्डिनल लायोलो, वाटिकन रेडियो के महानिदेशक फादर फेदेरिको लोम्बार्दी
तथा वाटिकन रेडियो की स्थापना की 80 वी वर्षगाँठ समारोह के लिए वाटिकन राज्य सचिवालय
के प्रतिनिधि मान्यवर पीटर ब्रायन वेल्स ने सम्बोधित किया। मान्यवर वेल्स ने इस अवसर
पर दिये गये संदेश में काथलिक कलीसिया के धर्मसिद्धान्तों का प्रचार प्रसार करने के कार्य़
में विगत 80 वर्षों में वाटिकन रेडियो द्वारा दिेये गये उल्लेखनीय योगदान का सहर्ष स्मरण
किया।
उन्होंने भविष्य की चुनौतियों तथा अतीत की सफलता से उत्पन् चुनौतियों
पर अपने विचार व्यक्त करते हुए संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें द्वारा 45 वें विश्व सम्प्रेषण
दिवस के लिए 24 जनवरी को जारी संदेश का संदर्भ देते हुए कहा कि मीडिया जगत में हो रहे
क्रांतिकारी परिवर्तन के प्रति हम सब जागरूक हैं। नयी तकनीकियाँ न केवल सम्प्रेषण करने
के तरीकों को लेकिन स्वयं सम्प्रेषण को ही बदल रही हैं। हम व्यापक स्तर पर सांस्कृतिक
बदलाव के युग में जीवन जी रहे हैं।
मान्यवर वेल्स ने कहा कि नयी मीडिया और क्लासिकल
मीडिया में और अधिक नेटवर्किंग करने की जरूरत है। सूचनाओं और ज्ञान का आदान प्रदान करने
के नये नये तरीकों और साधनों ने सीखने, सोचने, विचारों को व्यक्त करने तथा संबंधों की
स्थापना करने के अप्रत्याशित अवसरों को उपलब्ध कराया है। यह तकनीकि और सांस्कृतिक है
तथा रेडियो प्रसारण को भी प्रत्यक्ष रूप से शामिल करता है। रेडियो सहित क्लासिक मीडिया,
नयी मीडिया की शक्ति और प्रभाव की उपेक्षा नहीं कर सकती है। आज जरूरी है कि रेडियो ब्राडकास्टिंग
सेवाएँ नये तकनीकी साधनों पोडकास्ट, आइपोड, सोशल नेटवर्क जैसे फेसबुक तथा बलागिंग प्लेटफार्म
पर विचार करें। सम्प्रेषण के इन माध्यमों को प्रतिस्पर्धी नहीं लेकिन सहायक के रूप में
देखें। रेडियो, नई मीडिया को एक अवसर के रूप में न कि खतरे के रूप में देखे। रेडियो,
इंटरनेट और समाचार पत्र वृतों के समान एक दूसरे के सम्पर्क में आयें और जुड़ें।
उन्होंने
कहा कि जैसे कलीसिया अपने स्वभाव से सार्वभौमिक है उसी तरह वाटिकन रेडियो का विश्वव्यापी
मिशन है। यह अपनी चालीस से अधिक भाषाओं में प्रसारण कर विभिन्न धर्मेों और संस्कृतियों
के मध्य संवाद करने और वार्ता का अतिउत्तम साधन है। इसी कारण से यह जरूरी है कि वाटिकन
रेडियो स्वयं को तकनीकि, पेशेवर और सांस्कृतिक रूप से अद्यतन करता रहे और लाखों लोगों
तक जानकारियों और समाचारों को पहुँचाने में तथा सुसमाचार के प्रसार में विशिष्ट योगदान
देता रहे।