काहिरा: मिस्र में हड़ताल का आह्वान, विपक्षी दल ने प्रभारी सरकार की मांग रखी
पहली फरवरी, सन् 2011 (एशिया न्यूज़): मिस्र में मंगलवार को मुबारक विरोधी प्रदर्शनकारियों
ने पूरे देश में हड़ताल का आह्वान किया है तथा विपक्षी दल ने प्रभारी सरकार की मांग रखी
है। हड़ताल का उद्देश्य राष्ट्रपति होस्नी मुबारक को इस्तीफ़ा देने के लिये बाध्य करना
है। सेना भी प्रदर्शनकारियों को समर्थन दे रही है और उसने ऐलान कर दिया है कि वह प्रदर्शनकारियों
के विरुद्ध बलप्रयोग नहीं करेगी।
विगत सात दिनों से जारी प्रदर्शनों में अब तक
100 से अधिक व्यक्तियों की मृत्यु हो गई है जिसके लिये मिस्र के गृहमंत्री पर आरोप लगाया
गया है। प्रदर्शनकारियों को शांत करने के उद्देश्य से, राष्ट्रपति मुबारक ने गृहमंत्री
को भी बर्ख़ास्त कर दिया है तथा सुधारों का वादा किया है। इसके बावजूद, प्रदर्शनकारी
सन्तुष्ट नहीं हैं और मुबारक के इस्तीफ़े की मांग कर रहे हैं।
इस बीच, अमरीकी
राष्ट्रपति बराक ओबामा ने विश्व के कुछ नेताओं से टेलिफोन पर बातचीत के बाद, मिस्र की
जनता की अपेक्षाओं पर ख़री उतरनेवाली, परिवर्ती सरकार का आह्वान किया है। इस विषय पर
अमरीका तथा यूरोपीय नेताओं ने इसराएल से भी बात की है। टेलाविव के समाचार पत्र होरेट्स्ज़
के अनुसार मिस्र में स्थायित्व को कायम रखना पश्चिमी एवं मध्यपूर्व के देशों के हित में
होगा।
इसराइल के प्रधानमंत्री बेनजामिन नेतनयाहू ने आशंका व्यक्त की है कि मिस्र
की बागडोर किसी इस्लामी गुट के हाथ में चली जाएगी। उन्होंने कहा कि ईरान और कई अन्य जगहों
पर ऐसा ही हुआ है।
मिस्र में जारी प्रदर्शनों एवं हड़तालों के बीच देश में मौजूद
हज़ारों विदेशी नागरिक देश से पलायन का प्रयास कर रहे हैं। अमरीका, भारत, कनाडा, चीन
तथा कुछ अन्य देशों ने विशेष विमान से अपने नागरिकों को मिस्र से बाहर निकालने की प्रक्रिया
शुरू कर दी है। पर्यटकों को परामर्श दिया जा रहा है कि वे इस समय मिस्र की यात्रा न करें।