वाटिकन सिटीः कठिनाइयों के बावजूद सन्त पापा को काथलिक लूथरन वार्ता में आशा
सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने कहा है कि काथलिक कलीसिया एवं लूथरन ख्रीस्तीयों के बीच
एकता की दिशा में जो कार्य किये गये हैं उनसे यह विश्वास मज़बूत हुआ है कि आगे भी वार्ताएँ
जारी रहेंगी।
ख्रीस्त के अनुयायियों के बीच पूर्ण एकता हेतु प्रार्थना सप्ताह
के समापन के लिये, जर्मनी से रोम आये, एवेन्जेलिकल लूथरन चर्च के प्रतिनिधिमण्डल ने सोमवार
को सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें से मुलाकात की थी। प्रार्थना सप्ताह मंगलवार 25 जनवरी
को, सन्त पौल के मनपरिवर्तन की याद में मनाये जानेवाले पर्व दिवस पर, रोम के सन्त पौल
महागिरजाघर में, सन्त पापा के नेतृत्व में सान्ध्य वन्दना से समाप्त हो रहा है।
लूथरन
चर्च के प्रतिनिधियों को सम्बोधित शब्दों में सन्त पापा ने कहा, "कुछ मूलभूत धर्मसैद्धान्तिक
प्रश्नों पर मतभेदों के बावजूद हमारे बीच एक "मैत्री" विकसित हुई है जो काथलिकों एवं
लूथरन ख्रीस्तीयों के बीच, विश्वास एवं आध्यात्मिकता पर आधारित, सहभागिता का आधार बन
सकती है।"
उन्होंने कहा कि अब तक जितना उपलब्ध हुआ है उससे हमारी आशा और हमारा
यह विश्वास मज़बूत होता है कि आगे भी वार्ताएँ जारी रहेंगी जो हम सबको पूर्ण एकता के
सूत्र में बाँधने में सक्षम होंगी। काथलिकों एवं लूथरन ख्रीस्तीयों से उन्होंने अनुरोध
किया कि आपसी ग़लतियों तथा विभाजन के कारण बनी ग़लतियों हेतु क्षमा पाने के लिये वे दोनों
समुदायों के बीच सामान्य प्रार्थना सभाओं को बढ़ावा दें।
स्मरण रहे कि 16 वीं
सदी में मार्टिन लूथर के सुधारवादी आन्दोलन के फलस्वरूप लूथर के अनुयायियों ने काथलिक
कलीसिया से अलग होकर लूथरन ख्रीस्तीय कलीसिया का गठन कर लिया था।