अन्कोनाः पश्चिम की आक्रामक धर्मनिर्रपेक्षता से धार्मिक स्वतंत्रता को ख़तरा, बान्यास्को
इताली काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष कार्डिनल आन्जेलो बान्यास्को ने सोमवार
को इटली के अन्कोना नगर में इताली धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की महासभा का उदघाटन करते हुए
कहा कि पश्चिम देशों में व्याप्त आक्रामक धर्मनिर्पेक्षता धार्मिक स्वतंत्रता पर एक ख़तरा
है।
कार्डिनल महोदय ने अपने प्रभाषण में विश्व के विभिन्न भागों में, विशेष रूप
से मध्यपूर्व में, ख्रीस्तीयों की धार्मिक स्वतंत्रता पर बने ख़तरे की ओर ध्यान आकर्षित
कराया। पश्चिम देशों की भी उन्होंने निन्दा की जहाँ धर्म के प्रति उदासीनता तथा धर्मनिर्पेक्षता
के बहाने लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता का हनन किया जा रहा है। उनके अनुसार, "हमें उन
पाखण्ड चालाकियों के प्रति सावधान रहना चाहिये जो उन चीज़ों को दूरस्थ बताने का प्रयास
करती हैं जो हमारे बिल्कुल क़रीब हैं।"
कार्डिनल महोदय ने सार्वजनिक स्थलों
और, विशेष रूप से, स्कूलों में, क्रूस की प्रतिमा पर उठे विवाद के सन्दर्भ में कहा कि
धार्मिक स्वतंत्रता अनिवार्य और अत्यधिक संवेदनशील विषय है इसलिये यदि इसके साथ समझौते
का प्रयास किया गया तो समाज को इसके दुष्परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। उन्होंने इस बात
की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि धर्म से चिढ़कर कुछ लोग धर्मनिर्पेक्षता पर बड़ी बड़ी दलीलें
देते हैं जबकि वास्तव में उनका उद्देश्य ख्रीस्तीय धर्म को दरकिनार करना होता है।