सावरी माला तीर्थयात्रा के भगदड़ में मरे 102 लोगों के प्रति गहरा शोक
कोची, 17जनवरी, 2011 (उकान) केरल के चर्च नेताओं ने सावरी माला तीर्थ यात्रा में हुए
भगदड़ में मरे 102 लोगों के प्रति गहरा शोक व्यक्त किया है। केरल कैथोलिक बिशप्स
कौंसिल के अध्यक्ष त्रिचुर के महाधर्माध्यक्ष अंद्रेयस थजात ने कहा कि साबरी माला का
भगदड़ बिल्कुल ही " दुर्भाग्यपूर्ण " था। इसमें मरे सभी लोगों के प्रति वे अपना दुःख
और शोक व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा है कि इस प्रकार की दुर्घटनायें को रोका जा सकता
है। उन्होंने अपील की है कि भविष्य में सरकार सतर्क रहे और सुरक्षा के सभी आवश्यक
इन्तज़ाम करे ताकि ऐसी दुःखद घटनायें न हों। उन्होंने यह भी कहा कि " यह दोषारोपण
का समय नहीं हैं लोगों को चाहिये कि वे सतर्क हो जायें तथा सरकार और पुलिस आँखें खुलें।
उधर कंजीरापल्ली के धर्माध्यक्ष मैथ्यू अराक्कल ने उकान समाचार को बताया कि केरल
में एक अन्तरकलीसियाई शोक सभा का आयोजन किया गया। प्रार्थना सभा में मृतकों के लिये
विशेष प्रार्थनायें चढ़ायीं गयी तथा मृतकों के परिवार के सदस्यों के प्रति शोक-संवेदना
व्यक्त किये गये। विदित हो कि 14 जनवरी शुक्रवार को साबरीमाला तीर्थस्थल में हुए
हादसे में 102 लोग मारे गये थे और सैकड़ो घायल हुए थे। धर्माध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने
अपने पल्ली वासियों को निर्देश दिये हैं कि घायलों को सभी आवश्यक मदद दि के लिये आगे
आयें।थिरुअन्थापुरम में 700 लोगों ने मोमबत्ती जला कर मृतकों के लिये प्रार्थनायें कीं।
स्थानीय पुलिस अधीक्षक जेकब पुन्नुस ने बताया कि भगदड़ तीर्थयात्रा के अंतिम दिन
में हुआ जब करीब 2 लाख लोग अयप्पा ज्योति को देखने के लिये एक साथ जमा थे। उन्होंने
बताया कि करीब 30 लाख से अधिक लोग प्रत्येक वर्ष तीर्थ के लिये आते हैं