2011-01-14 17:06:53

संत पापा ने तीन प्रभु सेवक सेविकाओं की धन्य घोषणा संबंधी आज्ञप्ति स्वीकार किया


संत घोषणा प्रकरण परिषद के अध्यक्ष कार्डिनल आंजेलो अमातो ने संत पापा जोन पौल द्वितीय तथा दो अन्य प्रभु सेवक सेविकाओँ की मध्स्थता से सम्पन्न एक एक चमत्कारों की आज्ञप्ति को 14 जनवरी को संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें के सामने प्रस्तुत किया जिसे उन्होंने स्वीकार कर इन धन्य आत्माओं को धन्य घोषित किये जाने की अनुमति प्रदान किया। ये हैं- पोप जोन पौल द्वितीय (करोल वोईतिवा) ये पोलैंड के वादोविच में 18 मई 1920 को जन्मे तथा इनका निधन रोम में 2 अप्रैल 2005 को हो गया।

प्रभु सेविका अंतोनिया मारिया वेरना इस्टीटयूटो देल्ले सुवोरे देल्ला कारिता देल इम्माकोलाता कोंचेसियोने दि इवरिया की संस्थापिका। इनका जन्म इटली के रिवारोलो कनावेसे में 12 जून 1773 को तथा निधन 25 दिसम्बर 1838 को हुआ।

प्रभुसेवक जुसेप्पे तोनियेलो लोकधर्मी इनका जन्म इटली के ट्रेविसो में 7 मई 1845 को हुआ था तथा निधन पीसा में 7 अक्तूबर 1918 को हुआ।

इसके साथ ही संत पापा ने बोसनिया हरजेगोविना में 15 से 23 दिसम्बर 1941 की अवधि में ओदियो अल्ला फेदे में अपने ख्रीस्तीय विश्वास के लिए शहीद होनेवाली 5 प्रभु सेविकाओं की शहादत संबंधी आज्ञप्ति तथा मसीही विश्वास का साक्ष्य देने के लिए 5 प्रभु सेवक-सेविकाओं के वीरोचित सदगुणों की आज्ञप्ति को भी स्वीकृति प्रदान किया।








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