2011-01-11 12:47:00

वाटिकन सिटीः राजनयिकों को सम्बोधित सन्त पापा के शब्द धार्मिक स्वतंत्रता के प्रति समर्पण में एक नया अध्याय, वाटिकन प्रवक्ता


वाटिकन के प्रवक्ता फादर फेदरीको लोमबारदी ने कहा है कि विश्व के राजनयिकों को सम्बोधित सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के शब्द धार्मिक स्वतंत्रता के प्रति समर्पण में एक नया अध्याय आरम्भ करते हैं।

वाटिकन में, सोमवार, दस जनवरी को, सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने नववर्ष के उपलक्ष्य में, विश्व के 178 देशों के राजदूतों एवं उनके प्रतिनिधियों को सम्बोधित किया था जिसमें उन्होंने विश्व के अनेक क्षेत्रों में नित्य बढ़ती हिंसा एवं ख्रीस्तीयों पर हो रहे अत्याचारों की कड़ी निन्दा की थी।

वाटिकन प्रवक्ता फादर लोमबारदी ने वाटिकन रेडियो को दी एक भेंटवार्ता में कहा कि धार्मिक स्वतंत्रता के प्रति सन्त पापा की चिन्ता बरकरार है जिसे वे विगत कुछ माहों से अपने सार्वजनिक वकतव्यों में आवाज़ देते रहे हैं। उन्होंने कहा कि अपने सार्वजनिक वकतव्यों के अलावा सन्त पापा ने, पहली जनवरी को मनाये जानेवाले विश्व शांति दिवस के लिये प्रकाशित अपने सन्देश में, अल्पसंख्यकों के विरुद्ध नित्य बढ़ती हिंसा के मद्देनज़र, धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा का आह्वान किया है।

उन्होंने कहा कि राजनयिकों को सम्बोधित शब्दों में सन्त पापा ने, "उन स्थानों और स्थितियों की एक प्रभावशाली श्रृंखला पेश की है जहाँ इस अधिकार का, कम या अधिक स्पष्ट और कट्टरपंथी तरीके से, उल्लंघन किया जा रहा है।"

फादर लोमबारदी ने कहा कि सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने धार्मिक स्वतंत्रता के प्रसार को अपना प्राथमिक मिशन माना है ताकि मानव के मूलभूत अधिकारों का रक्षा हो सके तथा उसके उस अधिकार को न भुला दिया जाये जो उसकी सभ्यता का आधार है। उन्होंने कहा कि सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के प्रवचनों एवं उनके सन्देशों से स्पष्ट है कि काथलिक कलीसिया के सभी प्रयास मानव व्यक्ति एवं मानव समुदाय की सेवा के उद्देश्य से प्रेरित रहा करते हैं। इसी सिलसिले में कलीसिया की राजनयिक कार्रवाई का उद्देश्य भी ईश्वर की उपस्थिति को साकार करना है क्योंकि केवल इसी से मनुष्य को सम्मान, प्रतिष्ठा और उसके अधिकारों का आश्वासन मिल सकता है।

फादर लोमबारदी ने आशा व्यक्त की कि सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के सम्बोधन से साहस प्राप्त कर विश्व के सभी धार्मिक नेता एवं नागर प्रशासनाधिकारी, न्याय और शांति की स्थापना हेतु, धार्मिक स्वतंत्रता एवं अन्तरधर्म सम्वाद को बढ़ावा देंगे।







All the contents on this site are copyrighted ©.