उज्जैनः हिन्दु अतिवादियों ने काथलिक स्कूल को बनाया निशाना
मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर में, काथलिक कलीसिया द्वारा संचालित एक स्कूल की एडमिशन प्रक्रिया
को भंग कर, हिन्दु अतिवादियों ने स्कूल प्रबन्धन के विरुद्ध धर्म के आधार पर भेदभाव का
आरोप लगाया है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नामक हिन्दु दल के स्थानीय नेता
अमय आप्टे ने नौ जनवरी को ऊका समाचार से कहा, "स्कूल प्रबन्धन ने हमारे धर्म का अपमान
किया है तथा हिन्दु बच्चों को एडमिशन देने से मना कर दिया है।"
इससे पहले सात
जनवरी को आप्टे के दल तथा विश्व हिन्दु परिषद "विहिप" के सदस्यों ने स्कूल के समक्ष विरोध
प्रदर्शन किया था। आप्टे ने आरोप लगाया है कि स्कूल की प्राचार्या ने एक हिन्दु अभिभावक
से कहा था कि स्कूल तिलक धारियों को एडमिशन नहीं देगा। आप्टे ने यह भी बताया कि उन्होंने
स्कूल प्रबन्धन के विरुद्ध प्रकरण दर्ज़ कर दिया है और वे चाहते हैं कि इस प्रकार की
घटना फिर कभी न हों।
स्कूल की प्राचार्या काथलिक धर्मबहन सि. लिलियन ने आरोपों
का निराधार बताकर कहा, "हमने किसी धर्म का अपमान नहीं किया है, बल्कि हम सभी धर्मों का
सम्मान करते हैं।"
स्कूल प्राचार्या ने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि
स्कूल के अस्सी प्रतिशत बच्चे हिन्दु हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल ने धर्म का भेदभाव किये
बिना उन सभी बच्चों को एडमिशन दिया है जो प्रवेश परीक्षा में खरे उतरे हैं।
सि.
लिलियन ने बताया कि एक विहिप कार्यकर्त्ता, एक अयोग्य छात्र को एडमिशन देने के लिये,
स्कूल मैनेजमेन्ट पर दबाव डाल रहा था किन्तु असफल होने पर उसने यह कहानी गढ़ दी और अपने
साथ हिन्दु चरमपंथियों को ले आया जिन्हें पुलिस ने प्रवेश द्वार पर ही रोक दिया।