रोम स्थित जेमेल्ली अस्पताल की भेंटकर संत पापा द्वारा बच्चों के प्रति स्नेह का प्रदर्शन
संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने प्रभु प्रकाश महापर्व की पूर्वसंध्या पर 5 जनवरी की संध्या
पहर में रोम स्थित अगोस्तीनो जेम्मेली अस्पताल के शिशु वार्ड में मरीज बच्चों के साथ
मुलाकात की। उन्होंने कहा कि वे बच्चों को धन्यवाद देने और प्रार्थना करने तथा बच्चों
के लिए मंगलकामना करते हुए अपनी समीपता और अपनत्व को दिखाने तथा बीमारी के सामने उन्हें
साहस प्रदान करने के लिए आये हैं। बच्चों के परिजनों, अस्पताल के प्रशासनाधिकारियों और
सेवाकर्मियों विशेष रूप से स्पीना बिफिदा से पीडि़त बच्चों और जरूरतमंदों की सेवा से
संलग्न चिकित्सकों और सेवाकर्मियों को संत पापा ने धन्यवाद दिया जो उदारता और कर्मठतापूर्वक
बच्चों की सेवा कर रहे हैं। उन्होंने बच्चों से कहा कि वे भी तीन मजूषी राजाओं के समान
आये हैं जिन्होंने येसु के लिए सोना, लोबान और गंधरस रूपी उपहार लाया तथा उनके प्रति
प्रेम और भक्ति को व्यक्त किया। संत पापा ने कहा कि वे भी बच्चों के लिए उपहार लाये हैं-
अपनी सरलता, समीपता तथा संत पापा का स्नेह। संत पापा ने कहा कि इस ख्रीस्त जयंती काल
में याद करें कि ईश्वर ने हमें महान उपहार दिया है। बेथलेहेंम की चरनी में देखें कि मरिया
और जोसेफ हैं और सबसे ऊपर एक शिशु है जिसे हमारे ध्यान, सेवा और प्यार की जरूरत है। यह
शिशु येसु हैं, ईश्वर हैं, जो इस धरती पर आना चाहे ताकि हमें दिखा सकें कि वे हमारी भलाई
और कल्याण चाहते हैं। ईश्वर शिशु रूप में आये ताकि हम सबको बता सकें कि हर शिशु ईश्वर
की छवि को लाता है। संत पापा ने इस महान अस्पताल से जुड़े सबलोगों का अभिवादन करते हुए
पौल षष्टम अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक संस्थान द्वारा जीवन की रक्षा तथा मरीजों की सेवा
और चिकित्सा के लिए की जानेवाली विभिन्न पहलों के लिए आभार माना तथा सबको उत्साह और साहस
प्रदान किया। जेमेल्ली अस्पताल में भर्ती बीमार बच्चों के लिए संत पापा की ओर से क्रिसमस
के उपहार भी दिये गये।