मुम्बईः हिन्दु चरमपंथियों ने प्रचारक पर लगाये मनगढ़न्त आरोप
कर्नाटक के दावनागिरि में, रविवार, दो जनवरी को, ग्लोबल काऊन्सल ऑफ इन्डियन क्रिस्टियन्स
के समन्वयकर्त्ता पादरी आयसक सामुएल पर जान लेवा हमले के बाद हिन्दु चरमपंथियों ने पादरी
सामुएल के दो सहयोगियों पर मनगढ़न्त आरोप लगाकर उन्हें गिरफ्तार करवा दिया है।
पादरी
सामुएल पर रविवार सन्ध्या उस समय हमला किया गया था जब वे एक प्रार्थना समारोह का नेतृत्व
कर रहे थे। हत्या के इरादे से, उन पर कुल्हाड़ी से वार किया गया था जिससे वे बुरी तरह
घायल हो गये हैं। इस समय वे अस्पताल में भर्ती हैं।
पादरी सामुएल के सहयोगी,
प्रचारक बाबू तथा प्रचारक कृष्णा, घायल पादरी की भेंट हेतु अस्पताल गये थे वहीं से पुलिस
उन्हें जाँच पड़ताल के लिये पुलिस स्टेशन ले गई जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस अधिकारियों ने एशिया समाचार को बताया कि हिन्दु अतिवादी बजरंग दल के कार्यकर्त्ता,
बसराज, ने पादरी आयसक सामुएल के विरुद्ध भारतीय दण्ड संहिता के 153 वें अनुच्छेद के तहत
"धर्म के आधार पर विभिन्न दलों के बीच वैमनस्यता फैलाने का आरोप लगाया है।"
ग्लोबल
काऊन्सल ऑफ इन्डियन क्रिस्टियन्स के अध्यक्ष साजन के. जॉर्ज ने उक्त गिरफ्तारी की कड़ी
निन्दा की है। उन्होंने कहा, "चरमपंथियों ने पहले प्रार्थना समारोह को भंग किया, पादरी
सामुएल पर जान लेवा हमला किया, प्रार्थना में शामिल श्रद्धालुओं की पिटाई की तथा उन्हें
धमकियाँ दी और अब वे पादरी एवं उनके सहयोगियों पर आरोप लगाकर उन्हें गिरफ्तार करवाने
में सफल हो गये हैं।" उन्होंने कहा, "यह हमारे धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र के लिये एक कलंक
है।"
समाचारों में यह भी बताया गया कि अपने आरोपों को समर्थन देने के लिये
हिन्दु चरमपंथियों ने परचियाँ वितरित की हैं जिसमें पादरी सामुएल एवं सहयोगियों पर धर्मान्तरण
का आरोप लगाकर कहा है कि हिन्दुओं के भय से भागते हुए पादरी को चोट लगी है।