वाटिकन सिटी, 3 जनवरी, 2010 (सेदोक, वीआर) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने कहा है कि अलेक्सान्द्रिया
के कोपटिक ईसाई समुदाय और ईराक के ईसाई समुदायों पर बम से किया गया घातक हमला " मानवता
और ईश्वर के विरुद्ध हमला है।" उक्त बातें संत पापा ने उस समय कहीं जब संत पापा ने 2
जनवरी को परंपरागत साप्ताहिक देवदूत प्रार्थना के समय लोगों को संबोधित किया । संत
पापा ने कहा कि उन्हें जानकारी दी गयी है कि अलेक्सांद्रिया में 21 कोपटिक ईसाई बम विस्फोट
में मारे गये और 70 अन्य घायल हुए हैं। समाचार के अनुसार 31 दिसंबर को रात्रि मिस्सा
के बाद एक आतंकवादी ने एक कार से आकर आत्मघाती हमले में मिस्सा के बाद जाते हुए लोगों
के समक्ष विस्फोट कराया जिससे कई लोगों की मृत्यु हो गयी थी। संत पापा ने कहा कि
इस प्रकार के कृत्य कायरतापूर्ण हैं। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार का कायरतापूर्ण हमला
ईराक के ईसाई समुदायों के बीच भी किया गया जिससे की ईसाई समुदाय देश छोड़ कर भाग जायें।
ऐसे कार्य भगवान और मानवता के विरुद्ध अपराध हैं। संत पापा ने लोगों को याद दिलाया
कि पूरे विश्व के ईसाइयों ने ठीक एक दिन पहले ही शांति के लिये प्रार्थनायें चढ़ायीं
थीं और लोग नये वर्ष की शुरुवात एक नयी आशा से की थी। विदित हो कि कथित हमलों के
पीछे हमलावरों का निशाना ईसाई समुदाय रहा है और हाल में ईराक के बगदाद में ‘आवर लेडी
ऑफ साल्वेशन सिरीयन कैथोलिक कथीड्रल’ में किये आक्रमण के बाद अल कायदा का दावा की ईसाई
समुदाय अरब वर्ल्ड को " प्रदुषित " करते हैं इस बात को इंगित करता है कि आक्रमणों के
निशाने में ईसाई समुदाय रहा है। संत पापा ने कहा कि ईसाइयों के विरुद्ध वहीँ हमले किये
जा रहे हैं जहाँ की स्थिति सहअस्तित्व के लिये बर्बर और असुरक्षित है । संत पापा
ने कहा कि वे मृतकों और पीड़ित परिवारों के लिये प्रार्थना करते हें साथ ही उन समुदायों
को प्रोत्साहन देते हैं कि वे अपने विश्वास को मजबूत रखें और सुसमाचार में वर्णित अहिंसा
का साक्ष्य दें। संत पापा ने इस अवसर उन 23 ईसाइयों की याद की जो विगत वर्ष लैटिन
अमेरिका में विभिन्न हमलों में मारे गये ।संत पापा ने कहा कि उन सभी लोगों की याद करते
हैं और सबों को अपने आध्यात्मिक समीपता, शांति और आशा का आश्वासन देते हैं।