जोलो, फिलिपीन्स, 27 दिसंबर, 2010 (उकान) दक्षिणई फिलीपींस के सुलु प्रोविंस में क्रिसमस
के दिन एक गिरजाघर में किये गये बम विस्फोट की संत पापा और मुसलिम नेताओं ने कड़ी निन्दा
की है। संत पापा ने रोम स्थित संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में आयोजित परंपरागत
रविवारीय देवदूत प्रार्थना के समय उपस्थित तीर्थयात्रियों को संबोधित करते हुए कहा कि
उन्हें फिलीपींस नाइजीरिया और पाकिस्तान में ईसाइयों पर हुए हमले का दुःख है और वे इसकी
भर्त्षणा करते हैं। संत पापा ने कहा क लोगों को चाहिये कि वे हिंसा का रास्ता छोड़े
और शांतिपूर्ण तरीकों से समस्याओं का समाधान करें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की
हिंसा " अर्थहीन " है। उन्होंने कहा कि दुनिया येसु के शिष्यों पर लगातार हमला करती
रहती है। संत पापा के कथन का समर्थन करते हुए फिलीपींस के मुसलिम नेताओं ने भी हिंसा
की कड़ी निन्दा की है। नेताओं ने कहा है कि इस्लाम धर्म हिंसा का विरोध करता है। विदित
हो कि जब क्रिसमस की धर्मविधि संपन्न हो रही थी उस समय कुछ अतिवादी मुसलमानों ने गिरजाघर
पर हमला किया जिससे 2 पुरोहित, एक 12 वर्षीय बच्ची सहित 12 लोग जख़्मी हुए । स्थानीय
टेलिविज़न में बोलते हुए मोरो इस्लामिक लिबरेशन फ्रंट के नेता शेख़ मुहम्मद मुन्तासिर
ने कहा इस प्रकार के कृत्य " बर्बरतापूर्ण और शैतानी है और इनका धर्म से कोई सरोकार
नहीं । " घटना की जानकारी देते हुए जोलो के धर्मध्यक्ष अंजिली लामपोन ने बताया कि
जब फादर रिकी बाचुलकोल मिस्सा पूजा अर्पित कर रहे थे तो एक व्यक्ति ने छत में चढ़ कर
बम वेदी के निकट फेंका था। फादर ने बताया कि चोटें गंभीर नहीं आयीं पर लोगों में
अभी तक दहशत है। सेना के जवानों का मानना है कि गिरजाघर में बम फेंकने के पीछे इस्लाम
अलगावादी ग्रुप अबु सैय्यफ का हाथ है। फादर ने बताया कि इस क्षेत्र में 97 प्रतिशत
जनसंख्या मुसलमानों की है और काथलिक कलीसिया ने उनके विकास के लिये स्कूल और 3 हज़ार
मकान भी बनवा दिये हैं पर कट्टरवादियों के लिये इसका कोई मूल्य नहीं है ।