2010-12-18 18:07:28

मेक्सिको के शिल्पकारों ने क्रिसमस उपहार दिया संत पापा को


वाटिकन सिटी, 18 दिसंबर, 2010 (ज़ेनित) मेक्सिको के गुवानाजुवातो के शिल्पकारों ने संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें के लिये येसु के जन्म के दृश्य की मूर्तियाँ भेंट की जिसे वाटिकन संग्रहालय की विशेष प्रदर्शनी में रखा जायेगा।

ज्ञात हो कि बुधवार 15 दिसंबर को आमदर्शन समारोह के बाद मेक्सिको के गुवानाजुवातो के गवर्नर और और महाधर्माध्यक्ष ने संत पापा को मोम की बनी आदम कद वाली येसु के जन्म के दृश्यवाली प्रतिमायें भेंट की।

आमदर्शन के समय संत पापा ने मेक्सिको वासियों का विशेष रूप से अभिवादन किया औऱ उनके उपहार के लिये धन्यवाद दिया।

मेक्सिको के इस दल ने संत पापा को गुवानजुवातो के डोलरेस हिदालगो के महागिरजाघर की प्रतिकृति भी भेंट की जिसे पौल षष्टम् सभागार के प्रांगण में रखा गया है।

मेक्सिको के इस चरनी के बारे में बोलते हुए वाटिकन म्यूज़ियम के निदेशक अनतोनियो पालाउची ने कहा कि संग्रहालय में विभिन्न देशों के वस्तुओं की उपस्थिति, काथलिक कलीसिया की सार्वभौमिकता को दिखलाता है।

उन्होंने यह भी कहा कि मेक्सिको वासियों ने जो चरनी बनायी है वह इताली, नपोली और सिसली की चरनी से मिलती-जुलती है जो इस बात को दिखाता है कि सांस्कृतिक तौर ख्रीस्तीय जुड़े हुए हैं और इसका हमें आन्तरिक आनन्द होना चाहिये।

लियोन के महाधर्माध्यक्ष होसे मार्टिन रबागो ने कहा कि जो प्रतिमायें संत पापा को उपहार स्वरूप दिये गये हैं वे मेक्सिको वासियों की धार्मिकता का प्रतीक है।

इन मूर्तियों में व्यक्ति अपने धर्म को अभिव्यक्त किया है ताकि मानव मानव को उचित सम्मान दे और उनकी सराहना करे।

महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि गुवानाजुवातो वासियों के लिये ‘विश्वास ही उनकी कलात्मक अभिव्यक्ति की प्रेरणा रही है।‘ वाटिकन में लगायी गयी प्रदर्शनी 2 फरवरी 2011 तक खुली रहेगी।























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