बेथनी की धर्मबहनें ने गरीबों तक पहुँचने के नये कदम उठाये
बंगलोर, 18 दिसंबर, 2010 (ज़ेनित) सिस्टर्स ऑफ द लिटल फ्लावर ऑफ बेथनी की धर्मबहनों ने
अपने धर्मसंघ के स्थापना मोनसिन्योर रेमन्ड फ्रांसिस काम्मिलुस मसकरेन्हस की मृत्यु
के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर6 विशेष प्रोजेक्ट आरंभ किया। बंगलोर के महाधर्माध्यक्ष
बेर्नार्ड मोरास ने बंगलोर में वेस्टर्न प्रोविंस के चित्तुर में एक प्रोजेक्ट का आरेभ
किया। यह केन्द्र डॉ ओम्स इंडो जर्मन हॉस्पिटल के विस्तार केन्द्र के रूप में कार्य
करेगा। उत्तर पश्चिम प्रोविन्स ने मेघालय में आदिवासियों के लिये मानव संसाधन विकास केन्द्र
खोला है। इस केन्द्र का उद्धाटन शिमोगा के धर्माध्यक्ष जेराल्ड लोबो ने किया। उन्होंने
बताया कि इससे आदिवासियों इसके अलावे उत्तरी प्रोविंस में गरीबों और ज़रूरतमंदों के
लिये शिमला-चंडीगढ़ में आवास और इसी प्रकार का आवास केरल में भी बनाया गया है। बेथानगडी
के धर्माध्यक्ष लौरेंस मुकझी ने गदेनहाली में करुणा माता होलिस्टिक स्वास्थ्य केन्द्र
और पलियातिव यूनिट केयर का शुभारंभ किया और धर्माध्यक्ष तो धर्माध्यक्ष अलोयसियुस डीसूजा
ने मंगलोर के शुभादा में एक स्वास्थ्य सेवा केन्द्र खोला। बेथानी सुपीरियर जेनरल
विलबेरता ने कहा कि उनकी योजना है कि अफ्रीका में भी मडिकल और समाज सेवा केन्द्र खोलें। विदित
हो कि मोनसिन्योर मसकरेनहास ने सन् 1921 में चार धर्मबहनो की सहायता से कलीसिया की
ज़रूरतों को पूरा करने के लिये इस धर्मसमाज की स्थापना की थी। यह धर्मसमाज मुख्य
रूप से धर्मशिक्षा देने गरीबों की सेवा करने और बालिकाओं की शिक्षा के मतलब से खोला
गया। आज बेथनी धर्मसमाज की धर्मबहनें प्रेरितिक शैक्षणिक स्वास्थ्य और समाज सेवा के क्षेत्र
में अपना योगदान दे रही हैँ।