रोमः चीन के काथलिक धर्माध्यक्षों को देशभक्त कलीसिया की सभा के लिये बाध्य किया गया
रोम की सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया के प्रति निष्ठावान चीन के कई काथलिक धर्माध्यक्षों
को बलपूर्वक बैजिंग ले जाया गया है ताकि वे चीनी देशभक्त कलीसिया की सभा में भाग लें।
एशिया न्यूज़ ने प्रकाशित किया कि बैजिंग में इस समय चीन की देशभक्त कलीसिया
के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा चीनी धर्माध्यक्षीय समिति के अध्यक्ष को चुनने के लिये सभा
जारी है जिसमें सन्त पापा के प्रति स्वामी भक्ति व्यक्त करनेवाले काथलिक धर्माध्यक्षों
को बलपूर्वक ले जाया गया है।
ग़ौरतलब है कि चीन की साम्यवादी सरकार ने सन् 1951
में वाटिकन के साथ अपने सम्बन्ध तोड़ लिये थे तथा ख्रीस्तीय धर्म के पालन को अवैध घोषित
कर दिया था। इस समय चीन में ख्रीस्तीय धर्म का पालन केवल देशभक्त चीनी कलीसिया में पंजीकृत
होकर ही किया जा सकता है। गुप्त रूप से धर्म पालन करनेवालों को नाना प्रकार उत्पीड़ित
किया जाता है।
एशिया न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार अनेक भूमिगत धर्माध्यक्षों
ने उक्त सभा में अनुपस्थित रहने के लिये बीमारी का बहाना बनाया। बैजिंग के काथलिक धर्माध्यक्षों
ने भी देशभक्त कलीसिया के धर्माचारियों के साथ ख्रीस्तयाग अर्पण से इनकार किया तथापि
अनेक को बलपूर्वक सभा स्थल पर लाया गया।
पल्लीवासियों एवं पुरोहितों के विरोध
के बावजूद हेंशुई के काथलिक धर्माध्यक्ष फेंग ज़िनमाओ पुलिस अफसरों द्वारा सभा स्थल पर
बलात ले जाये गये। हाथापाई में अनेक पल्लीवासियों को चोटें आई हैं। गिरफ्तार करने के
बाद पुलिस ने धर्माध्यक्ष को एक दिन तक कैद़ रखा तथा सोमवार को वह उन्हें बैजिंग ले गई।
ऊका समाचार का अनुमान है कि बैजिंग की सभा में 40 धर्माध्यक्ष तथा 300 पुरोहित
भाग ले रहे हैं।