वीग, स्विटज़रलैण्डः स्विज़ धर्माध्यक्षों ने क्रूस प्रतिमा हटाये जाने का विरोध किया
स्विटज़रलैण्ड के धर्माध्यक्षों ने सार्वजनिक स्थलों से धार्मिक चिन्हों को हटाये जाने
का घोर विरोध किया है और कहा है कि क्रूस की प्रतिमाओं पर प्रतिबन्ध लगाना सहिष्णुता
का नहीं अपितु असहिष्णुता का चिन्ह होगा क्योंकि ऐसा करना ख्रीस्तीय विश्वास की अभिव्यक्ति
में बाधा डालना है।
स्विटज़रलैण्ड के काथलिक धर्माध्यक्षों ने विगत सप्ताह वीग
नगर में सम्पन्न अपनी 290 वीं आम सभा के बाद एक आधिकारिक वकतव्य जारी कर उक्त बात कही।
इसी वकतव्य में उन्होंने मध्यपूर्व में ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों के उत्पीड़न पर गहन
चिन्ता व्यक्त की।
हाल में सार्वजनिक स्थलों में धार्मिक चिन्हों के विरुद्ध
दर्शाये गये विरोध तथा धर्म को वैयक्तिक क्षेत्र तक सीमित रखने के प्रयासों की धर्माध्यक्षों
ने कड़ी निन्दा की। विश्वास एवं अन्तःकरण की स्वतंत्रता पर बल देते हुए उन्होंने कहा
कि ये वे अनमोल वरदान हैं जिनका सम्मान हर धार्मिक समुदाय एवं हर देश द्वारा किया जाना
चाहिये।
धर्माध्यक्षों ने कहा कि अधिकांश जनता सार्वजनिक स्थलों में धार्मिक
चिन्ह जैसे क्रूस प्रतिमा को रखना पसन्द करती है क्योंकि इनकी उपस्थिति का मतलब केवल
पुराने चिन्हों को सुरक्षित रखना नहीं है अपितु इनके ग़ायब हो जाने से हमें यूरोपीय समाज
की ख्रीस्तीय नींव के साथ ही समझौता करना पड़ सकता है।
मध्यपूर्व के ख्रीस्तीय
धर्मानुयायियों के प्रति एकात्मता का प्रदर्शन करते हुए धर्माध्यक्षों ने कहा कि ईराक
में ख्रीस्तीयों के विरुद्ध नित्य आक्रमण जारी हैं जो चिन्ता का विषय है। राजनैतिक जगत
तथा धार्मिक समुदायों से उन्होंने अपील की कि वार्ताओं द्वारा सभी समस्याओं के समाधान
का वे प्रयास करें।